कछवां (मिर्जापुर)।
श्री गांधी विद्यालय इण्टरमीडिएट कालेज कछवा में पद्मश्री डाक्टर प्रीतम सिंह के प्रथम पुण्यतिथि पर पद्मश्री डाक्टर प्रीतम सिंह फाउंडेशन के द्वारा पुस्तकालय एवं वाचनालय उद्घाटन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डाॅक्टर पंजाब सिंह ने फिता काटकर लोकार्पण किया। डाक्टर पंजाब सिंह श्री गांधी विद्यालय के प्रांगण मे स्थित महात्मा गांधी के मुर्ति पर माल्यार्पण करने के पश्चात गोष्ठी स्थल पर सरस्वती जी के चित्र पर माल्यार्पण तथा दीप जलला कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
संबोधन के दौरान कहा कि डाक्टर प्रीतम सिंह ने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई गांधी विद्यालय से ही की थी। और उनके जीवनकाल पर प्रकाश डालते हुए उनके बारे में बताया कि डाक्टर प्रीतम सिंह को दुनिया मैनेज मेंट गुरु के नाम से जानती थी प्रीतम सिंह विलक्षण प्रतिभा के धनी थे यही देखकर भारत के प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने इनको अपने सलाहकार के रुप मे भी स्थान दिया था । डाक्टर पंजाब सिंह ने बोलते हुए कहा कि लाइब्रेरी से टीचर व बच्चों का अच्छा समन्वय बने। और इण्टर कालेज से डिग्री कालेज को लेकर प्रयत्न जारी है। वही कहा जाता है कि पुस्तके इंसान की सबसे अच्छे दोस्त होते हैं। अगर पुस्तकों का साथ मिल जाए तो इंसान किसी भी उपलब्धि को हासिल कर सकता है। हालांकि समाज में ऐसे भी काफी लोग हैं जिनकी पढ़ने की इच्छा तो होती है लेकिन पुस्तकों का अन्य संसाधनों के अभाव में वह चाह कर भी पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। इस स्थिति को समझते हुए प्रीतम सिंह पब्लिक लर्निंग रिसोर्स सेंटर ने एक अभिनव पहल करते हुए जनसामान्य के लिए सार्वजनिक पुस्तकालय खोला जा रहा है। वह पुस्तकालय प्रीतम सिंह के जन्म स्थल कछवां मिर्ज़ापुर उत्तर प्रदेश में शुरू किया जा रहा है पुस्तकालय विद्यालय के सभागार को ही प्रीतम सिंह वाचनालय के नाम से खोला गया। वह पुस्तकालय समाज के सभी व्यक्तियों के सुलभ होगा और पढ़ाई की इच्छा रखने वाला कोई भी व्यक्ति यहां आकर अपनी पसंद की पुस्तकें पढ़ सकता है। इस सार्वजनिक पुस्तकालय में सभी तरह की पुस्तकें रखने की योजना है।
डॉक्टर प्रीतम सिंह फाउंडेशन के इस पहल के बारे में बात करते हुए देश के प्रमुख अर्थशास्त्री डॉ विकास सिंह ने कहा कि पुस्तकालयों में सभी विषयों से जुड़ी पुस्तकें रखी जाएंगी। साथ ही यहां महापुरुषों की जीवनी पर आधारित पुस्तकें भी होंगे। जिसे पढ़कर हमारे युवा प्रेरित होंगे और अंततः इसका लाभ देश और समाज को मिलेगा। वही प्रीतम सिंह फाउंडेशन का गठन महान शिक्षाविद सलाहकार अर्थशास्त्री और प्रोफेसर प्रीतम सिंह की याद में किया गया है।
फर्श से अर्श तक का सफर करने वाले पद्मश्री डॉ प्रीतम सिंह 19 नवम्बर 1941 से 3 जून 2020 तक का जीवन अपने आप में ईमानदारी, समर्पण और देश सेवा का प्रतीक है। उन्होंने विभिन्न पदों पर रहते हुए देश और समाज की सेवा की है। उनके सराहनीय योगदान को देखते हुए भारत सरकार द्वारा उन्हें वर्ष 2003 में पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था। इसके अलावा भी उन्हें कई अन्य सम्मानित पुरस्कारों से भी नवाजा जा चुका है। वही उक्त अवसर पर हरिमोहन सिंह, अजय राय व आसपास के प्रीतम सिंह के अन्य सहपाठी मौजूद रहे। मुख्य अतिथि का स्वागत श्री गांधी विद्यालय इंटर कालेज के मदर कमेटी के प्रबंधक हरिमोहन सिंह (टप्पू) ने किया । कइ क्षेत्रीय गणमान्य मौजूद रहे परमहंस नारायण सिंह, राजेश शर्मा, सत्यदेव पाण्ये, अरविंद सिंह, आदि मौजूद रहे।