0 ’हरीशंकरी’ पौधे अर्थात पीपल, बरगद, पाकड़ मे त्रिदेवो यानी ब्रह्मा, विष्णु, महेश मे वृक्षो के धार्मिक महत्व का अंकन
० जिलाधिकारी ने मीरजापुर वासियो से एक पौधा अवश्य लगाने का किया आहवाहन
० हरे भरे वृक्ष धरती के श्रृंगार है -जिलाधिकारी
० ’जिस तरह हम हस्ताक्षर करके अपनी उपस्थित दर्ज कराते है उसी तरह अपने हाथो से पेड़ पौधो को लगाना हमारी हरित हस्ताक्षर (ग्रीन हस्ताक्षर) हैं -जिलाधिकारी
० हमारे न रहने पर भी ये वृक्ष हमारी हरित उपस्थिति का द्योतक होंगे
मीरजापुर।
’’30 करोड़ वृक्षारोपण जन आन्दोलन 2021’’ के अन्तर्गत वन महोत्सव के प्रथम दिन जिलाधिकारी ने वन विभाग के चील्ह ग्राम सभा मे बरगद का प्रथम पौधा लगाकर जिले मे वृक्षारोपण की शुरूआत एवं स्मृति वाटिका की स्थापना किया। मौके पर उपस्थित प्रभागीय वनाधिकारी पी0एस0 त्रिपाठी ने बताया कि वन महोत्सव 1 जुलाई से 07 जुलाई की अवधि मे मीरजापुर जनपद मे 67 लाख पौधरोपण किया जायेगा। इसी क्रम आज 21 पौध रोपण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। 04 जुलाई को लगभग 55 लाख पौधरोपण एवं 31 जुलाई को 11 लाख पौध रोपण किया जायेगा।
उन्होने बताया कि कोरोना संकट काल मे आक्सीजन की कमी से जूझ रहे लोगो को प्रेरित करने के लिये अधिक आक्सीजन वाले पौधो पीपल, बरगद, पाकड़, नीम, जामुन, देशी आम, का रोपण किया जा रहा हैं। उन्होने वृक्षो के धार्मिक महत्व को रेखांकित करते हुये बताया कि ’हरीशंकरी’ पौधे अर्थात पीपल, बरगद, पाकड़ मे त्रिदेवो यानी ब्रह्मा, विष्णु, महेश का वास होता हैं। लोग अपने पूर्वजो, पुरखो एवं प्रियजनो की यादो को सहेजने के लिये पौधे लगाकर उनकी स्मृतियो को जीवंत करने की संकल्पना को ’स्मृति वाटिका’ में साकार किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा डी0एफ0ओ मीरजापुर के साथ चील्ह नर्सरी मे अन्य विभागों द्वारा उठाये गये पौध उठान का निरीक्षण किया। प्रभागीय वनाधिकारी ने जिलाधिकारी को पौधशाला भ्रमण के दौरान दुलर्भ औषधियो वाले 12 मासी सहजन, कदम, अमलतास आदि पौधो के गुणो एवं उनकी उपयोगिता को बताया। सड़क किनारे विशेषकर एक्सप्रेस वे, राष्ट्रीय/राज्य राजमार्ग के किनारे सर्विस लेन के बीच हरित पट्टी स्थापित की जायेगी। ग्राम पंचायतो की भूमि पर वृक्षोरापण इस प्रकार किया जाय जिससे ग्रामीणो की आय मे बढ़ोत्तरी हो सकें। सहजन प्रजाति के पौधो को विद्यालयो मे अवश्य लगाकर खाद्य सुरक्षा एवं पोषण के लिये मिड डे मील मे उपयोग किया जायेगा। सभी वृक्षारोपण स्थलो की आधुनिक तकनीको का उपयोग करते हुये जियो टैगिंग मे समुचित व्यवस्था की जायेगी।
जिलाधिकारी ने उपस्थित ग्रामीणो एवं महिलाओ को पेड़ पौधे के महत्व एवं उपयोगिता को बताते हुये मीरजापुर वासियो से आहवाहन किया कि वृक्षारोपण के पुनीत कार्य मे एक पौधा अवश्य लगाये। हरे भरे वृक्ष धरती के श्रृंगार है। ’’जिस तरह हम हस्ताक्षर करके अपनी उपस्थित दर्ज कराते है उसी तरह अपने हाथो से पेड़ पौधो को लगाना हमारी हरित हस्ताक्षर (ग्रीन हस्ताक्षर) हैं।’’ हमारे न रहने पर भी ये वृक्ष हमारी हरित उपस्थित का द्योतक होंगे। इस अवसर पर श्री पंकज शुक्ला एस0डी0ओ चुनार, अजय कुमार सिंह वन क्षेत्राधिकारी, डा0 पंकज कुमार जिला सूचना अधिकारी ने भी पौधरोपण किया।