0 पडरी के सूर्यवार निवासी गर्भवती महिला गई थी चतुरिया स्थित मायके
0 पीएचसी कटरा सर्रोई मे हुई डिलेवरी, महिला अस्पताल मे मौत
ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
एक स्वस्थ कन्या को जन्म देने के बाद जच्चा को शुरू हुई ब्लीडिंग बंद नही हुई और कुछ ही घंटे के अंतराल मे उसकी मौत हो गई। जिले के पडरी थाना क्षेत्र के सूर्यवार गांव निवासी गर्भवती महिला जिगना थाना के चतुरिया गांव स्थित मायके गई हुई थी। गुरूवार को उसको प्रसव पीडा हुई तो मायके वाले पीएचसी कटरा सर्रोई ले गए जहा डिलेवरी हुई। डिलेवरी के कुछ ही देर बाद महिला को ब्लीडिंग शुरू हो गई। ऐसे मे डिलेवरी करा रहे विशेषज्ञ ने उसे महिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहा उपचार शुरू होने के पंद्रह मिनट बाद महिला की मौत हो गई। महिला की मौत के लिए दोषी आखिर कौन है? यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है और परिजनो ने जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
बताया जाता है कि जिले के पडरी थाना क्षेत्र के सूर्यवार गांव निवासी गर्भवती महिला अनीता देवी (20) पत्नी संजय कुमार मौर्य जिगना थाना के चतुरिया गांव स्थित अपने मायके (पिता गुलाब मौर्य के रहा) एक पखवाड़े पूर्व रविवार को गई हुई थी। गुरूवार को उसको प्रसव पीडा हुई तो मायके वाले पीएचसी कटरा सर्रोई ले गए। जहा डिलेवरी हुई। डिलेवरी के कुछ ही देर बाद महिला को ब्लीडिंग शुरू हो गई। ऐसे मे डिलेवरी करा रहे विशेषज्ञ ने उसे महिला अस्पताल रेफर कर दिया। जहा उपचार शुरू होने के पंद्रह मिनट बाद ही महिला की मौत हो गई। मृतक महिला के ससुर रामकिशुन उर्फ लाई मौर्य ने आरोप लगाया कि वह भी पीएचसी सर्रोई पर पहुचे थे। लेकिन लापरवाही पूर्ण डिलेवरी किये जाने की वजह से ऐसी घटना हुई है। बहरहाल इस बाबत बात किये जाने पर पीएचसी सर्रोई (विजयपुर) के चिकित्साधिकारी मुकेश कुमार का कहना था कि शाम को जो डाक्टर थे उनसे पूछना पडेगा। फिर भी किसी किसी महिला को हेमरेज हो जाता है और खून की कमी की वजह से उसकी मौत हुई होगी। बताया कि इक्जैट कारण फाईल देखने के बाद ही बताया जा सकता है। बहरहाल मृतका की मौत चाहे चिकित्सकीय लापरवाही से हुई हो या फिर चिकित्सक के अनुसार हेमरेज और खून की कमी से हुआ हो, पर पैदा हुई नवजात बच्ची स्वस्थ है।