० कछवा के बरैनी तथा भटौली पुल मार्ग का भी किया निरीक्षण
मीरजापुर। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने अपर जिलाधिकारी यूपी सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ पी0डी0 गुप्ता, एवं उपजिलाधिकारी चुनार रोशनी यादव संग चुनार तहसील के ग्राम नकहरा व जलालपुर माफ़ी में भ्रमण कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण। प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने का किया निर्देश। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि वार रुम के माध्यम से बाढ़ प्रभावित गांवों के ग्राम प्रधानों से बाढ़ की स्थिति एवं आवश्यकताओं के बारे में जानकारी कर तत्काल अवगत कराये ताकि राहत कार्य पहुंचाया जा सके। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी व तहसीलदार चुनार को निर्देशित किया कि लेखपालों व अन्य राजस्व कर्मियों को लगाकर प्रभावित गांवों के डूबे हुए घरों में खाना पैकेट व अन्य राहत सामग्री उपलब्ध कराने तथा अधिक डूबे घरों के परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया। नकहरा में उपस्थित ग्रामीणों तीन नाव व गोताखोरों को लगाया गया है।
ग्रामीणों के द्वारा और नाव लगाने तथा नाविकों के द्वारा लाइफ जैकेट की मांग पर जिलाधिकारी द्वारा उपजिलाधिकारी को आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने प्रभावित लोगों को पर्याप्त मात्रा में लंच पैकेट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने नाव तथा प्रभावितो को लंच पैकेट वितरण के लिये अलग-अलग एक प्रभारी अधिकारी बनाये जो आवश्यकतानुसार वहॉ पर तत्काल नाव की व्यवस्था तथा खाना व्यवस्था उपलब्ध करा सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी बाढ़ चौकियो पर कर्मचारियो की तैनाती के साथ सभी व्यवस्थायें उपलब्ध रहें। उन्होने ग्रामीणो से अपील करते हुये कहा कि जिनके घर बाढ़ से प्रभावित है तथा घरो में पानी भर गया हैं वे राहत शिविर में जायें तथा अपने जानवरो को भी पशु आश्रय शिविरो में पहुॅचायें।
इस अवसर पर तहसीलदार श्री अरूण कुमार गिरी ने जिलाधिकारी को बताया कि तहसील चुनार के विकास खण्ड सीखड़ व नरायनपुर क्षेत्रो में लगभग 110 से अधिक आबाद एवं गैरआबाद गॉव बाढ़ से प्रभावित हुये है तथा लगभग 04 हजार हेक्टेयर खेत जलमग्न हुये है। उन्होने बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगो के लिये तहसील के विभिन्न क्षेत्रा में 26 मानव आश्रय शिविर तथा पशुओ के लिये 17 पशु आश्रय शिविर बनाये गये हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रभावित लोगो के साथ ही प्रभावित पशुओ के खाने पेयजल, आवश्यक दवाओ की उपलब्धता बनाया रखा जायें।
उन्होने कहा कि लेखपाल व राजस्व निरीक्षक सहित अन्य राजस्वकर्मी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो मे रहकर लोगो सहयोग प्रदान करें , राहत कार्य में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाशत नही की जायेगी। तदुपरान्त चुनार से लौटते वक्त जिलाधिकारी द्वारा कछवा के बरैनी गॉव व भटौली पुल के पहले भी रूक कर बाढ़ का निरीक्षण किया। इस अवसर अपर जिलाधिकारी श्री यू0पी0 सिह, उपजिलाधिकारी रोशनी यादव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ पी0डी0 गुप्ता सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।