0 अहरौरा थानाध्यक्ष को चौथे ही दिन मिली सलामी
ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर(अहरौरा) ।
अभी अहरौरा थाना का कमान सम्भाले जुम्मा जुम्मा चार दिन नहीं बीते है कि हौसले बुलंद लुुटेरो ने शुक्रवार को सायं नये थानाध्यक्ष वैभव सिंह को सलामी दाग दी गई। घटना अहरौरा थाना अंतर्गत बरबक गांव के वाराणसी शक्तिनगर हाइवे पर की है। घटना के बारे मे बताया जाता है कि शुक्रवार को सायं दो बाइक से सवार होकर चार लोग अहरौरा की ओर से वाराणसी की ओर जा रहे थे कि पीछे से दो बाईक से चार अज्ञात लोगों ने बराबर गाड़ी में अपनी गाड़ी चलाते हुए गाली देना शुरू कर दिया। मुसाफिर यादव पुत्र स्व0 लोदी निवासी समदहां थाना चौबेपुर व रवि यादव पुत्र देवनाथ समदहां निवासी थाना चौबेपुर जनपद वाराणसी ने अपनी बाईक यूपी 65 बी ए 8985 रोक दी। बदमाश जो हेलमेट पहने थे, पास आकर कट्टे से प्रहार कर दिया जिससे रवि और मुसाफिर के सिर फट गये। इन्हीं के साथ चल रहे नन्दलाल पुत्र रामलखन निवासी तोहफा पुर थाना चौबेपुर और इसकी बाईक के पीछे बैठे लाल चन्द्र पुत्र दुर्जन थाना क्षेत्र सारनाथ भी पास आ गये। फिर क्या इन बदमाशों के साथी अलग बाईक से पास आ गये। घायल रवि और मुसाफिर के कनपटी पर कट्टा सटा दिया। फिर लबेरोड पर लूटपाट का खेल चलने लगा। चारो भुक्तभोगियों के अनुसार दो बाईक से चार बदमाश थे। इनसे पन्द्रह हजार नकद, चार मोबाइल, पर्स, आधार कार्ड, पेन कार्ड की लूट कर ली और वाराणसी की ओर अपनी दोनों बाइकों से चम्पत हो गये। दोनों ने अपना ईलाज कराया। वहीं पर पड़ी एक गोली भी प्राप्त की थी। भुक्तभोगी रवि ने बताया कि इन बदमाशों की उम्र पच्चीस से पैतीस वर्ष रही होगी और बदशामों के एक गाड़ी का नम्बर भी पुलिस को बताया। सूत्रों के मुताबिक कट रोड के जरिए बदमाश अचानक हाइवे पर आते हैं और रोड पर लूट पाट करके फरार हो जाते हैं। ऐसे में एक बार फिर से अहरौरा क्षेत्र असुरक्षित हो गया है। हाइवे पर सौ नम्बर पुलिस हो या अन्य थानों की नाकेबंदी आखिरकार लूट के मौके वारदात पर नाकाम क्यों रहती है, बड़ा प्रश्न है क्योंकि भुक्तभोगी ने घटना की सूचना पुलिस को दस मिनट के अंदर दे दी थी। इस संबंध में अहरौरा थाने मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।