मिर्जापुर।
अपनेबेटे व बहू का शव देखकर पिता लक्षनधारी बदहवास हो रेलवे ट्रैक पर ही गिर पड़े। कुछ ही पल बाद यह कहते हुए फफक पड़े कि छोटे – छोटे बच्चों को किसके सहारे छोड़ के चल दिए। रह – रहकर बेहोश हो रहे बुजुर्ग ने बताया कि बड़े बेटे को ट्रैक्टर खरीदकर देना ही उनके परिवार के दुर्भाग्य का सबब बन गया।
बीते दो माह से छोटा बेटा ट्रैक्टर खरीदने के लिए पैसे मांग रहा था। गांव मे ही केराना की दुकान खोलकर परिवार का खर्च चलाने वाले पिता ने बताया कि एक माह पहले एक लाख रुपए दिया थे। बीते तीन दिनों मे 50 हजार रुपए और दिया था। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश से अपने को फौजी कहने वाला कोई व्यक्ति बेटे के मोबाइल पर ट्रैक्टर का फोटो भेजा था। उसने अपने खाते मे एक लाख से भी अधिक रुपए अपने खाते मे जमा करा लिया था। शीघ दो लाख रुपए जमा नहीं करने पर सारे पैसे डूब जाने की धमकी दे रहा था।
बुधवार की रात अंधेरे में बेटा और बहू कब घर से निकल गए कुछ पता नहीं चल पाया। सुबह दोनों का शव बरामद होने की खबर मिली तो होश उड़ गए। बेटे के साथ बहू ने भी बच्चों को भुला दिया। हो सकता है कि पति को बचाने के चक्कर मे बहू भी ट्रेन की चपेट मे आ गई। मृतक दंपति के बेटे पंकज सात बेटी खुशी पांच तथा अनमोल दो वर्ष यह नहीं समझ पा रहे थे कि हर कोई क्यों रो रहा है। वे यही पूछ रहे थे कि मम्मी पापा कहां है। उनके इस सवाल पर परिवार के लोगों का कलेजा मुंह को आ रहा था।