ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर(मडिहान)।
तहसील क्षेत्र के कलवारी गांव में विवादित जमीन पर निर्माण कार्य के बिरोध में अधिवक्ता का चौथे दिन उपजिलाधिकारी न्यायलय के सामने तहसील बरामदे में अनिश्चित कालीन आमरण अनशन जारी रहा। अधिवक्ता के सहयोग में स्वतन्त्रता सेनानी ने भी अनशन शुरू कर दिया। हालत बिगड़ने पर पहुँची पुलिस ने काफी मान मनौवल के बाद अनसन तोड़वा सकी।
आरोप है कि मड़िहान तहसील क्षेत्र के कलवारी गांव स्थित सड़क किनारे एक पुश्तैनी जमीन पर चाचा भतीजे का लंबे अर्से से तहसीलदार न्यायलय में विवाद चल रहा है। चाचा ने विवादित जमीन को क्षेत्र के एक दबंग व्यक्ति को बेच दिया।आरोप है कि क्रेता विवादित जमीन पर खनखोद व निर्माण कार्य स्थानीय अधिकारीयों की मिलीभगत से करने लगा।विवादित जमीन पर निर्माण कार्य रूकवाने के लिए अधिवक्ता ने अधिकारीयों से गुहार लगायी किन्तु आश्वासन तक सिमट कर रह गया। विवश होकर अधिवक्ता ने उपजिलाधिकारी मड़िहान के न्यायलय के सामने तहसील के बरामदे में दरी बिछाकर अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बैठ गये।विवादित जमीन पर अबैध ढंग से हो रहे निर्माण कार्य के विरोध में संतकवीर नगर भदोही जनपद के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंद्रकांत पाण्डेय भी अधिवक्ता सत्य प्रकाश तिवारी के सहयोग में बैठ गये। अधिवक्ता का आरोप है कि सत्तादल के सफेदपोश के सह पर अधिकारी मनमर्जी कर रहे हैं। तहसीलदार रामजीत मौर्य ने बताया किजमीन का विवाद न्यायलय में चल रहा है। ऐसे मे मजिस्ट्रेट व पुलिस का काम है निर्माण कार्य रोकवाना। बहरहाल तहसीलदार मड़िहान के आस्वाशन पर स्वतंत्रता सेनानी को जुस पिलाकर अनशन तोड़वाया गया।
आरोप है कि मड़िहान तहसील क्षेत्र के कलवारी गांव स्थित सड़क किनारे एक पुश्तैनी जमीन पर चाचा भतीजे का लंबे अर्से से तहसीलदार न्यायलय में विवाद चल रहा है। चाचा ने विवादित जमीन को क्षेत्र के एक दबंग व्यक्ति को बेच दिया।आरोप है कि क्रेता विवादित जमीन पर खनखोद व निर्माण कार्य स्थानीय अधिकारीयों की मिलीभगत से करने लगा।विवादित जमीन पर निर्माण कार्य रूकवाने के लिए अधिवक्ता ने अधिकारीयों से गुहार लगायी किन्तु आश्वासन तक सिमट कर रह गया। विवश होकर अधिवक्ता ने उपजिलाधिकारी मड़िहान के न्यायलय के सामने तहसील के बरामदे में दरी बिछाकर अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बैठ गये।विवादित जमीन पर अबैध ढंग से हो रहे निर्माण कार्य के विरोध में संतकवीर नगर भदोही जनपद के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंद्रकांत पाण्डेय भी अधिवक्ता सत्य प्रकाश तिवारी के सहयोग में बैठ गये। अधिवक्ता का आरोप है कि सत्तादल के सफेदपोश के सह पर अधिकारी मनमर्जी कर रहे हैं। तहसीलदार रामजीत मौर्य ने बताया किजमीन का विवाद न्यायलय में चल रहा है। ऐसे मे मजिस्ट्रेट व पुलिस का काम है निर्माण कार्य रोकवाना। बहरहाल तहसीलदार मड़िहान के आस्वाशन पर स्वतंत्रता सेनानी को जुस पिलाकर अनशन तोड़वाया गया।