मीरजापुर।
समाजवाद के पुरोधा एवं संपूर्ण क्रांति के अग्रज जयप्रकाश नारायण की 42वीं पुण्यतिथि शुक्रवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय लोहिया ट्रस्ट पर जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी की अध्यक्षता में मनाई गईं। इस मौके पर नेताओं व कार्यकर्ताओं ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्वांजलि दी।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने कहाकि अपने जीवन में संतों जैसा प्रभामंडल सिर्फ दो नेताओं ने प्राप्त किया। एक महात्मा गांधी थे तो दूसरे जयप्रकाश नारायण। इसलिए जब सक्रिय राजनीति से दूर रहने के बाद वे 1974 में ‘सिंहासन खाली करो जनता आती है’ के नारे के साथ वे मैदान में उतरे तो सारा देश उनके पीछे चल पड़ा, जैसे किसी संत महात्मा के पीछे चल रहा हो। 11 अक्तूबर 1902 को जन्मे जयप्रकाश नारायण भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता थे। वे समाज सेवक थे, जिन्हें ‘लोकनायक’ के नाम से भी जाना जाता है। 1999 में उन्हें मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त उन्हें समाजसेवा के लिए 1965 में मैगसैसे पुरस्कार प्रदान किया गया था। लोकनायक जयप्रकाश की जीवन यात्रा संघर्ष तथा साधना से भरपूर रही।
उन्होंने भारतीय राजनीति को ही नहीं बल्कि आम जनजीवन को एक नई दिशा दी, नए मानक गढ़े। वे विदेशी सत्ता से देशी सत्ता, देशी सत्ता से व्यवस्था, व्यवस्था से व्यक्ति में परिवर्तन और व्यक्ति में परिवर्तन से नैतिकता के पक्षधर थे। वे समूचे भारत में ग्राम स्वराज्य का सपना देखते थे और उसे आकार देने के लिए अथक प्रयत्न भी किए। जयप्रकाश नारायण को 1970 में इंदिरा गांधी के विरुद्ध विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है।
इंदिरा गांधी को पदच्युत करने के लिए उन्होंने ‘संपूर्ण क्रांति’ नामक आंदोलन चलाया। संपूर्ण क्रांति की तपिश इतनी भयानक थी कि केंद्र में कांग्रेस को सत्ता से हाथ धोना पड़ गया था। जयप्रकाश नारायण की हुंकार पर नौजवानों का जत्था सड़कों पर निकल पड़ता था। श्री चौधरी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि जयप्रकाश नारायण के पदचिन्हो पर चलकर समाजवाद का झण्डा फहराने का काम करें।
श्रद्वांजलि अर्पित करने वालों में रामगोपाल बिन्द, अभय यादव, नागेन्द्र तिवारी, राकेश यादव, सलीम बादशाह, रामजी यादव, अरशद अली, अनीस खान, रमेश गौड़, विनोद चौधरी, रंजीत यादव, अतीक खां, सत्यम त्रिपाठी, शिवकुमार यादव, रामनरेश यादव, राजकुमार यादव, नियाज अहमद, उपेन्द्र तिवारी, रवि यादव, दरोगा यादव, जीतू सिंह आदि शामिल रहे।