ज्ञान-विज्ञान

नवाचार के विभिन्न्न आयामो के बारे में नवप्रवर्तक, बाल वैज्ञानिको एवम अध्यापको को दी जानकारी
मिर्जापुर।‌
  विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश के नवप्रवर्तन केंद्र द्वारा नवाचार एवम रचनात्मकता पर विंध्याचल मंडल के लिए आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला के प्रथम दिन विज्ञान एवं नवप्रवर्तन केंद्र के इनोवेशन अधिकारी संदीप द्विवेदी ने नवाचार के विभिन्न्न आयामो के बारे में नवप्रवर्तक, बाल वैज्ञानिको एवम अध्यापको को जानकारी दी।
               सत्र की विशेषज्ञ डॉक्टर चारु रावत ने नवप्रवर्तक एवम बच्चो को नया हमें क्यो करना चाहिए। समय समय पर हमें काम के तरीकों को बदलना पड़ेगा, हमे ये भी ध्यान देना है कि आपके पास कितना रिसोर्स है। हमे ऐसे नए तरीका खोजे, जिन्हें रिप्लेस कर सके। उन्होंने इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस समय चौथा इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन चल रहा है। ये 2016 में शुरू हुआ, जिसमें मशीन  को मशीन से कनेक्ट होगी।पहला इंडस्ट्रियल रेवोलुशन 1760 में स्टीम इंजन का आविष्कार, 100 साल बाद दूसरा शुरू हुआ जिसके इलेक्ट्रिसिटी से काम करने से स्पीड बढ़ गयी। तीसरा कंप्यूटर का अविष्कार और क्रांति पैदा किया।
उन्होंने बताया कि कौन सी स्किल को करे, जिससे कुछ नया आये, जिसमे ब्रेन फ्लेक्सिबल हो, कोई नई चीज बनाये जिसमे दोनों को ही फायदा हो। हम अकेले काम नही कर सकते हमे रिलेशन मैनेज करने होगा। हर समस्या में कोई नवाचार जुड़ा होता है, इन्ही नवाचार से हम अपना रोजगार शुरू कर सकते है।उन्होंने इनोवेशन एवम रचनात्मकता पर अनेको प्रयोगों को बताए। इस कार्य शाला में 197 इन्नोवटर, अध्यापक, बच्चे जुड़े। जिसमे मिर्ज़ापुर जनपद से 106 विद्यर्थि, नवप्रवर्तक एवम अध्यापको ने प्रतिभगिता की। यह जानकारी जिला विज्ञान क्लब समन्यवक सुशील कुमार पांडेय ने दी।
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