० जनता के रहनुमा बने मनोज श्रीवास्तव
मीरजापुर।
नगर के चंद्रदीपा काजी तालाब के सोनकर बस्ती में बसे नागरिकों के नारकीय जीवन का मामला मंगलवार को जिलाधिकारी के दरबार में पहुंचा। मोहल्ले वालों के आमंत्रण पर जिले के जुझारू नेता मनोज श्रीवास्तव ने मोहल्ले का भ्रमण कर जन समस्या को जो देखा और लोगों के दर्द को सुना जस का तस जिलाधिकारी के सामने रख दिया।
मोहल्ले में पसरे गंदगी और जल जमाव का वीडियो देख डीएम ने स्थानीय नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी को फोन कर तत्काल जल निकासी की व्यवस्था कर राहत दिए जाने का निर्देश दिया। करीब 2 वर्षों से जल निकासी की व्यवस्था न होने से सोनकर बस्ती नरक का कुंड बनकर रह गया।
घनी बस्ती के बावजूद जल निकासी की व्यवस्था जंगी रोड के निर्माण के दौरान दफन हो गई। समस्या का निदान करने के बजाए जिम्मेदारी का चोला ओढ़ने वाले जन प्रतिनिधि और जिम्मेदार लोग आबादी के बीच से अपनी निगाहे हटा ली।उपेक्षा की मार से मोहल्ले की गलिया नाले में तब्दील हो गई। कुछ दिन तक तो लोग आशा के साथ जनप्रतिनिधियों के दर पर गुहार लगाते रहे।
लेकिन केवल वादों की चासनी मिलने से हताश होकर बैठ गए। उपेक्षा के चलते मोहल्ले में जाने वाले मार्ग पर गंदे पानी का जमाव इस कदर लगा कि मार्ग और नाला में फर्क करना मुश्किल हों गया। गली में जल जमाव के बाद उस पर जमी काई की मोटी परत स्वच्छता अभियान को ठेंगा दिखा रही हैं। एक बारगी मोहल्ले में प्रवेश करने पर बढ़ते कदम अनानाहक ठिठक जाता है।
लगता है कि आगे कोई नाला है जबकि पानी के नीचे आवागमन का मार्ग दफन है। जिसके बीच से या फिर किनारे से होकर लोग गुजरने के लिए विवश हैं। लोगों ने अपनी समस्या जनहित के लिए संघर्ष करने वाले भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य श्री मनोज श्रीवास्तव को बताई। श्री श्रीवास्त ने तत्काल कार्यकर्ताओ के साथ स्थलीय निरीक्षण कर श्रीमानजिलाधिकारी को अवगत कराया।
जिलाधिकारी ने तत्काल जल निकासी के लिए ई ओ नगर पालिका परिषद को निर्देश दिया। अधिशाशी अधिकारी नगर पालिका परिषद ने सोनकर बस्ती में पहुँच कर जल निकासी के लिए प्रयास शुरू करदिया है। लंबे समय से दुर्गंध, गन्दगी और मच्छरों के दंश से बेहाल जनता को राहत मिलने की आस जग गई हैं।