मिर्जापुर।
राष्ट्रीय विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी संचार परिषद भारत सरकार द्वारा आयोजित 29 वी राष्ट्र व्यापी गति बिधि के राज्य स्तरीय आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी प्रमुख डॉक्टर परवीन अरोरा ने ऑन लाइन संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान यूनिवर्सल है।
विज्ञान के विना जीवन की कल्पना नही की जा सकती है।डॉक्टर सी एम नौटियाल ने कहा कि इस गतिविधि से हम बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करने के साथ वैज्ञानिक विधि से कार्य करना सिखाते है,ये जरूरी नही की बच्चे इससे वैज्ञानिक ही बने। राज्य समन्यवक डॉक्टर यस के सिंह ने बताया कि इस वर्ष जिला स्तर पर 40 जिलो के 1018 विद्यालयों के 3844 प्रोजेक्ट, जिसमे 7688 बाल वैज्ञानिको ने प्रतिभगिता की।
जिसमे जूनियर वर्ग में 3827 प्रोजेक्ट, सीनियर वर्ग में 3747 प्रोजेक्ट प्रस्तुत किये। जिले स्तर से राज्य स्तर पर133 विद्यालयों के 174 प्रोजेक्ट कुल 366 बाल वैज्ञानिक जिसमे जूनियर वर्ग के 161 व सीनियर वर्ग के 165 बाल वैज्ञानिको ने अपने पी दी एफ फ़ाइल भेजी जिसमे से 74 प्रोजेक्ट मौखिक प्रस्तुति करण के लिए चयनित किये गए।जिसमे सात ग्रुप बनाकर सभी ग्रुप में 2 जजो के द्वारा प्रोजेक्ट प्रस्तुति करण कराया जाएगा।
प्रोफेसर आर सी सिंह ने कहा कि ये वैज्ञानिको, बच्चो का प्रयास ही है कि हम इस कोविद समस्या में अपना प्रयास जारी रखे। जिला समन्यवक सुशील कुमार पांडेय ने बताया कि मिर्ज़ापुर के कलाम इनोवेशन लैब की टीम ने टेक्निकल सहयोग देकर टीम 4 का प्रेजेंटेशन कराया। जिसमे डॉक्टर सुनील गोयल एवम डॉक्टर अनिशा वर्मा ने लघु शोध पत्रो को ध्यान से सुना,एवम बच्चो को जानकारी दी।
टीम 4 में ललितपुर, जौनपुर, महराजगंज, जालौन के बाल वैज्ञानिको ने अपने लोकल लेवल के समस्या पर शोध प्रस्तुत किया। मिर्ज़ापुर के बाल वैज्ञानिक ओनम सिंह, रीतिक विश्वकर्मा, पार्थ शुक्ल ने टीम 5 के वैज्ञानिको के समक्ष शोध प्रस्तुत किया।सभी टीमो के जजो का मार्क्स कलेक्ट करने का बाद राष्ट्रीय स्तर के लिये प्रोजेक्ट चुने जाएंगे, जिसका रिजल्ट शीघ्र ही घोषित किया जाएगा।