मिर्जापुर।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के तत्वाधान मे नगर के व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट पर एवं जंगीरोड स्थित नवीन मण्डी स्थल पर क्रमश जिलाधिकारी एवं मंडी सचिव के माध्यम से मुख्यमन्त्री एवं निदेशक राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद को एकजुट हो ज्ञापन देकर रोष प्रदर्शित किया।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश महामन्त्री रविंद्र जायसवाल ने बताया कि सरकार द्वारा मंडी शुल्क खत्म किए जाने के बाद फिर से लागू करना छोटे व्यापारियों के लिए बहुत ही अहितकर और अलोकतांत्रिक कदम है। इससे सरकार के राजस्व में वृद्धि नहीं अपितु मंडी समिति में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। व्यापारियों में पहले से ही हाहाकार मचा हुआ है और सरकार इस तरह से नए नए शुल्क लगाकर व्यापारियों की कमर तोड़ रही है, जिसका राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन पुरजोर विरोध करता है।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के बैनर तले जुटे सैकड़ों व्यापारियों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदेश सरकार से मांग की कि इस शुल्क को तुरंत वापस किया जाए। व्यापारी हितों की अनदेखी करने वाले प्रशासन पर कार्रवाई की जाए, तथा आगामी चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दल अपने मेनिफेस्टो में व्यापारिक मुद्दों को शामिल करें।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष उदय चंद्र गुप्ता ने कहाकि सारी समस्याओं का निराकरण में प्रशासनिक अधिकारी व्यापारियों के साथ उपेक्षा पूर्ण व्यवहार कर रहे हैं। व्यापारियों की सुनवाई नहीं हो रही है थानों पर व्यापारियों की माहवार बैठक भी नहीं हो रही है। अगर अधिकारीगण व्यापारीयो की दिक्कततो परेशानियों को नहीं सुनेंगे तो व्यापारीगण को सड़क पर उतरने पर मजबूर होना पड़ेगा। युवा जिलाध्यक्ष रजनीकांत राय ने व्यापारियों का नेतृत्त्व करते हुए कहाकि मण्डी शुल्क वापस न होने की स्थिति में व्यापारी समाज उग्र आंदोलन को बाध्य होगा।
इस अवसर पर राजन यादव, रवि गुप्ता ,अनूप साहू, अभिषेक गुप्ता, अभिषेक अग्रहरी, कमलेश मौर्य, अखिलेश अग्रहरि, रोहित कुशवाहा, अभिलाष श्रीवास्तव, गोपाल यादव, श्री राम साहू, संजय गुप्ता, सुरेंद्र साहू, सरफराज अहमद, मनोज अग्रहरि, मनोज सेठ, नितेश सिंह, रितेश चौरसिया, दीपू साहू, सौरभ यादव, भोलानाथ साहू, राजेश साहू, सुरेंद्र गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।