0 डीआईओएस की तहरीर पर परीक्षा मे अनुचित साधन प्रयोग और 409 का मुकदमा दर्ज
0 बदले गये केन्द्र व्यवस्थापक, स्कूल के टीचर नही करेगे ड्यूटी
ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
एसटीएफ वाराणसी और जिले के जिगना थाने की पुलिस की संयुक्त टीम ने शनिवार को छानबे विकास खण्ड के सिहावल गांव स्थित इण्टर कालेज मे शिक्षको द्वारा बच्चो की कापियो को हल करते समय रंगे हाथ गिरफ्तार करने का दावा किया है। नकल कराने के आरोप मे प्रिसिंपल सहित तीन शिक्षको को प्रश्न पत्र हल करते समय पकड़ते हुए उनके खिलाफ थाने मे मुकदमा दर्ज कर तीनो को जेल भेज दिया गया। डीएम विमल कुमार दूबे ने डीआईओएस को निरदेश दिया है कि कालेज के समस्त स्टाफ बदलकर आगे की परीक्षा संचालित कराई जाय। इस मामले मे जिगना थाने मे शिक्षको के खिलाफ धारा 4/5/7/8/10 सार्वजनिक परीक्षा मे अनुचित साधन और 409 आईपीसी आदि धाराओ मे मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
जानकारी के अनुसार किसी माध्यम से एएसटीएफ वाराणसी को सूचना मिली थी कि सिंहावल स्थित बाबू घनश्याम सिंह इण्टर कालेज मे शिक्षको द्वारा न सिर्फ बोलकर नकल कराई जा रही है, बल्कि अनुपस्थित छात्र छात्राओ की कापिया परीक्षा कक्ष से अन्यत्र ले जाकर साल्व की जा रही है। ऐसे मे एसटीएफ टीम प्रभारी निरीक्षक अमित श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी विमल कुमार दूबे को अवगत कराते हुए जिले के डीएम, एसपी, डीआईओएस अवध किशोर सिंह व जिगना थाना अध्यक्ष विवेकानंद उपाध्याय, एस आई कमलेश कुमार के अलावा कॉन्स्टेबल शमशेर यादव, भोला यादव और अशोक यादव एक साथ शनिवार को प्रथम पाली मे चल रही हाईस्कूल के सामाजिक विषय की परीक्षा के दौरान कालेज मे पहुंचकर छापेमारी की।
छापेमारी के दौरान संयुक्त टीम ने पाया कि उक्त इण्टर कालेज के ही कर्ताधर्ता द्वारा संचालित आईटीआई कालेज संचालित है। जिसमे कालेज के अंदर से ही जाने का रास्ता है। पुलिस टीम के अनुसार आईटीआई कालेज के एक कमरे मे प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार सिंह, इसी कालेज के टीचर जितेन्द्र सिंह और सम्राट अशोक इण्टर कालेज मुराजपुर के टीचर लल्लन प्रसाद प्रश्न पत्रो के हल किये गये कार्बन कापी को लेकर उत्तर पुस्तिका मे स्वतः लिख रहे थे। बताया कि छापेमारी के दौरान पुलिस टीम देखकर सभी शिक्षक भागने लगे जिन्हे दौड़कर पकडा गया। टीचर्स द्वारा बच्चो की कापी स्वतः लिखे जाते पकडे जाने के बाद डीआईओएस अवध किशोर सिंह ने पूरे टीम के साथ जिगना थाने पहुंचकर संबंधित घटना की तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार सिंह, इसी कालेज के टीचर जितेन्द्र सिंह और सम्राट अशोक इण्टर कालेज मुराजपुर के टीचर ललन प्रसाद के विरूद्ध धारा 4/5/7/8/10 सार्वजनिक नकल मे अनुचित साधन निवारण अधिनियम और आईपीसी की धारा 409 के तहत मुकदमा पंजीकृत करते हुए गिरफ्तार आरोपियो को जेल भेज दिया। तत्पश्चात जिलाधिकारी विमल कुमार दूबे के निर्देश पर डीआईओएस ने संबंधित कालेज मे ड्यूटीरत उसी कालेज के समस्त स्टाफ को हटाकर नये स्टाफ की तैनाती की व्यवस्था कर दी है। यहा केन्द्र व्यवस्था देखने के लिए मौनी स्वामी इण्टर कालेज श्रीनिवासधाम के प्रधानाचार्य आदित्य सिंह को लगा दिया है।
डीआईओएस ने बताया कि बेसिक से लगाये गये स्टाफ पूर्ववत रहेगे। कालेज द्वारा लगाये गये स्टाफ से आगामी परीक्षाओ मे कोई कार्य नही लिया जाएगा। बता दे कि यूपी मे चल रही बोर्ड परीक्षा मे नकल माफिया को पकडने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ लखनऊ अभिषेक सिंह के निर्देशन मे एएसपी एसटीएफ एस आनंद और सीओ एसटीएफ विनोद कुमार सिंह के द्वारा पूर्वांचल के विभिन्न परीक्षा केन्द्र पर एसटीएफ टीम द्वारा नकल विहिन परीक्षा संपन्न कराने छापेमारी की जा रही है।
30 हजार मे होता था सामूहिक नकल का ठेका, 5 हजार लेते थे साल्वर
डीआईओएस द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमे के अनुसार प्रिसिंपल प्रदीप सिंह नकल कराने का सरगना था। यह प्रत्येक छात्र छात्रा से तीस हजार रूपये मे सौदेबाजी करके सामूहिक नकल और साल्वरो से कापिया लिखवाया था। कापिया लिखने के ऐवज मे साल्वरो को पाच पाच हजार रूपए दिये जाने की बात कही गयी है।
इन सामग्रियो की हुई बरामदगी
आईटीआई कालेज के जिस कक्ष मे शिक्षको द्वारा कापिया लिखते हुए गिरफ्तारी की गई है। उसमे से पुलिस ने कंप्यूटर, सीपीयू, प्रिंटर, सीपीयू, सामाजिक विषय के पेपर की दो छायाप्रति, कवर विहिन दो उत्तर पुस्तिका, सामाजिक विषय की गाईड, विद्या क्वेश्चन बैक, तीन मोबाईल और 11240 रूपए नगद बरामद किए गए है।