मिर्जापुर।
जिगना रेलवे अंडरपास मे नकली बम फिट करने वाले आरोपियों पर रासुका लगेगा। आरोपियों को रिमांड पर लेने के लिए इलाकाई पुलिस हलकान है। बीते 16 जनवरी की सुबह पाली गांव के पास रेलवे अंडरपास मे बमनुमा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिलने से आमतौर पर दहशत फैल गई थी। पांच घंटे तक रेलवे यातायात ठप कर दिया गया था। प्रयागराज के धूमनगंज से पी ए सी के बम निरोधक दस्ते की पड़ताल के बाद बम नकली होने का खुलासा होने पर लोगों ने राहत की सांस ली थी।
थाना प्रभारी विजय कुमार सरोज ने बताया कि मध्य प्रदेश के रीवा जिले के सोहागी थाने से लगातार संपर्क बनाया गया है। एक सब इंस्पेक्टर वहां कैंप कर रहे हैं। पकड़े गए अभियुक्तों को रिमांड पर लेने के लिए कागजी कार्रवाई पूरी की जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बीते 26 जनवरी को रीवा जिले के सोहागी थाना अंतर्गत रेलवे अंडरपास मे नकली बम लगाने के दौरान एक बाइक चालक ने सेंट्रो कार का नंबर पुलिस को बताया था। नतीजन बदमाशों को दबोचने मे कामयाबी मिल गई।
उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार बदमाश प्रयागराज जिले के मेजा थाना क्षेत्र के बसुंदर गांव निवासी प्रकाश सिंह सोमवंशी तथा राम तीरथ मध्य प्रदेश पुलिस के हत्थे चढ़ गए। साथ ही इसी गैंग का गंगानगर मेरठ निवासी देवेश उर्फ दीपक दूबे को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। थाना प्रभारी ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ मध्य प्रदेश पुलिस एनएसए तामिल करने की कार्रवाई मे जुटी हुई है। शीघ्र ही रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ किया जाएगा। फिलहाल राष्ट्रीय स्तर की जांच एजेंसियां पूछताछ मे जुटी हुई हैं, ताकि इस गैंग के मास्टर माइंड को हिरासत मे लेकर बेनकाब किया जा सके।