हाय रे चोटी कटवा! तीन बार काट लिहिस
ब्यू्रो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
आज हम चरचा करते है फिर उस अंध विश्वास की, जिसे महिलाए विशेष महत्व देती रही है। हालाकि प्रशासन और मिडिया को अभी तक पडताल मे कुछ भी नही मिला है। इसके बाद भी लोग इस अफवाह मे खुद को परेशान कर रहे है। इसी बीच हम चर्चा करते है अहरौरा थाना क्षेत्र अन्तर्गत बेलखरा ग्राम सभा है। यहां चोटी कटवा का आतंक इतना देखा जा रहा है कि महिलाएं जूड़ा बांधने लगी है। और तो और स्कूली लड़कियां भी सोते समय जूड़ा बनाकर सो रही है। मकानों के बाहर तमाम प्रकार के टोटके बनाये गये हैं। नीबू टोटके में इस्तेमाल क्या होने लगा, इसका भाव चांदी हो गया है। आदमी चांद पर पहुंच गया, मिसाइल और परमाणु बम की चर्चा करने लगा। मगर इसके बावजूद हिन्दुस्तान में अभी भी चोटी कटवा रहस्य बना हुआ है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अहरौरा में अभी तक पैतीस मरीज चोटी कटवा के आ चुके हैं। बेलखरा ग्राम की निवासी नीलम पत्नी दिनेश उम्र 30 वर्ष रविवार को सामुदायिक आयी तो मालूम हुआ कि चोटी कटा है। इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। इसी का सोमवार को फिर अज्ञात कारणों से चोटी कट गई फिर ईलाज हुआ और छुट्टी दे दी गई मगर यह क्या! उसे बुद्धवार को फिर लिटाकर अस्पताल लाया गया। पता चला कि एक बार फिर से चोटी कटी है। हालत गंभीर थी। ग्रामीणों से पूछा गया कि क्या हुआ? इसके साथ ऐसा क्यूं हो रहा है तो एक ने कहा कि चोटी कटवा तीसरी बार काट लिहिस ह भइया। इस तरह से देखा जाये तो जनपद मे चोटी कटवा से महिलाएं दहशत में है, वहीं गांवों में पुरूष दर्शन बांट रहे हैं। चिकित्सक आश्चर्यचकित और हतप्रभ है, प्रशासन मौन है और जनता पूछती है कि आखिर चोटी कटवा कौन है?