मड़िहान, मिर्जापुर।
फाइनेंसर बैंक का कर्मचारी बताकर जालसाजों ने हिसाब में गड़बड़ी का बहाना बनाकर अपने खाते में सत्तर हजार रुपया वापस मंगवा लिया। ऋणधारक बैंक पहुँचा तो राज खुल गया। पीड़ित ने थाने में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाया।
मामला यह है कि पटेहरा गांव निवासी संतोषी देवी पत्नी दिलीप किसी आवश्यक कार्य के लिए दो दिन पूर्व मड़िहान कस्बा स्थित आरोहण बैंक प्राइवेट कम्पनी से सत्तर हजार रुपये का लोन लिया था। पैसे को घर लेजाकर सुरक्षित रख दिया।
दो दिन बाद फोन आया कि बैंक में हिसाब नही मिल रहा है, जालसाजों ने बताया कि ऋण वाला पैसा खाता नम्बर 9179599769 पर भेज कर दो दिन बाद बैंक में आकर पैसा ले जा सकते हैं। दम्पति ने नजदीकी बैंक से दिए गए खाता नम्बर पर पैसा भेज दिया। दो दिन बाद शुक्रवार को जब पति पत्नी दोनों बैंक पहुँचे तब जानकारी मिली कि बैंक से कोई कर्मचारी द्वारा फोन नही किया गया था।
दोनों के पैरों तले मानो जमीन ही खिसक गई हो। दोनों हाथ मलते रहे। ठगी के शिकार हुए पीड़ित ने थाने में शिकायत करते हुए संदेह जताया कि ऋण का पैसा बैंक कर्मियों के अलावा किसी को पता नही था तो फोन कैसे आएगा। कर्मचारियों ने सफाई दी कि हिसाब में गड़बड़ी होती तो सीधे बैंक बुलाया जाता।