ज्ञान-विज्ञान

अहरौरा के बाल नवप्रवर्तक एवम उनकी टीम का प्रोजेक्ट वैल्यू एडिसन एवम मेंटरिंग हेतु चयनित

मिर्जापुर। 

राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज सोनभद्र द्वारा इन्नोवेटर्स इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव का आयोजन 13 एवम 14 मई को किया गया। विभिन्न कम्पनी के लोग स्टार्ट अप हेतु एवम इन्नोवेटर्स ने प्रतिभाग किया। जिला विज्ञान क्लब मिर्ज़ापुर द्वारा समर्थित कलाम इनोवेशन लैब अहरौरा के जुगाड़ू नवप्रवर्तक ने प्रतिभगिता की। जिसमे जुगाड़ू इन्नोवेटर्स शशि कांत विश्वकर्मा का बायो गैस स्लरी से गमले बनाने हेतु बनाई गई मशीन एवम गमले का प्रोजेक्ट वैल्यू एडिसन एवम मेंटरिंग हेतु चयनित किया गया।
जिला समन्यवक सुशील कुमार पांडेय ने बताया कि शशि कांत एवम उनकी टीम के वैज्ञानिक आर्यन एवम प्रिंस को राजकीय इंजीनिरिंग कॉलेज सोनेभद्र में रहकर एक्सपर्ट की मदद से गमले बनाने के लिए अलग अलग साइज की मशीन बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है। साथ ही इसका खर्च संस्थान का इक्यूबेशन सेंटर देगा,फिर इन्हें स्टार्ट अप हेतु फण्ड एवम कंपनी प्रोवाइड की जाएगी। शशि कांत का ये प्रोजेक्ट 2019 में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के लिए राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित किया गया था, जिसका प्रस्तुतिकरण केरल में दिया गया था।
शशि कांत द्वरा किया गया एक नया प्रयोग था, जिसमे  पॉलिथीन की जगह बायो गैस की स्लरी के गमले  नर्सरी में प्रयोग करने की सलाह दी गयी। इसमे पेड़ काफी दोवलोप भी करते गमले सहित जमीन में इन्हें लगाया जा सकता है। आगे इन्होंने अलग अलग साइज के गमले बनाने के मशीन बनाने का प्रयोग कर रहे है। इनका मानना है कि ये गमले पर्यवरण की दृष्टि से अच्छे एवम टिकाऊ भी होंगे।
कलाम इनोवेशन लैब के वैज्ञानिको को जनपद इनोवेशन कमेटी की टीम जय पी रॉय, डॉक्टर सुनील कुमार गोयल, डॉक्टर यस यन सिंह, सुशील कुमार पाण्डेय, सत्य नारायण प्रसाद ने बधाई दी है।
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