मीरजापुर। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश के क्रम में अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ल में प्रातः 09.00 बजे मीरजापुर शहर स्थित विभिन्न घाटो पर साफ-सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया गया। बरियाघाट निरीक्षण के दौरान संबंधित सफाई नायक श्री राजेश कुमार उपस्थित रहे। निरीक्षण में पाया गया कि घाटों के किनारे पॉलीथिन एंव काफी कूड़ा पड़ा हुआ है। देखने से ऐसा लगता है कि नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं कराई गयी है।
घाट के दाहिने तरफ जाने वाले रास्ते पर काफी कूड़ा पड़ा हुआ है, जिससे कूड़ा, गंदगी एवं दुर्गन्ध आ रहा है, जो अत्यन्त आपत्तिजनक है। संबंधित सफाई नायक को निर्देशित किया गया कि जे०सी०बी० लगाकर समतलीकरण कराये एवं खाली क्षेत्र को तार से बाड़ा बनाकर वृक्षारोपण कराये, कूड़ा फेंकने से संबंधित दिशा-निर्देश संकेतक का बोर्ड भी लगाये तथा घाटों पर डस्टबीन लगाया जाय उपरोक्त के संबंध में श्री राजेश कुमार सफाई नायक पर 500.00 रूपये का अर्थदण्ड लगाया जाता है।
साथ ही अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, मीरजापुर को निर्देशित किया जाता है कि उपरोक्त समस्त व्यवस्था पूर्ण कराकर अनुपालन आख्या एक सप्ताह में अधोहस्तादारी के समक्ष प्रस्तुत करें। ओलियरघाट, बदलीघाट, सुन्दरघाट व पक्केघाट के निरीक्षण के दौरान घाटो पर साफ-सफाई व्यवस्था ठीक पायी गई। हीरालालघाट, बाबाघाट, गंगारामघाट व दाऊघाट निरीक्षण के दौरान सफाई नायक श्री विष्णु गुप्ता उपस्थित रहे। चारों घाटों पर काफी मलबा, गंदगी, पॉलीथिन कूड़ा पड़ा हुआ है। डस्टबीन लगा है, किन्तु उसका उपयोग नहीं हो रहा है।
इन घाटो की व्यवस्था देखने से ऐसा है. सफाई नायक द्वारा साफ-सफाई व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण श्री विष्णु गुप्ता सफाई नायक पर 1000,00 रुपये का अर्थदण्ड लगाया जाता है तथा अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, मीरजापुर को निर्देशित किया जाता है के साफ-सफाई व डस्टबीन इत्यादि की समस्त व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए अनुपालन आख्या 01 सप्ताह में प्रस्तुत करें। नारघाट के निरीक्षण के दौरान सफाई नायक रजनीश उपस्थित रहें।
साफ-सफाई व्यवस्था समुचित पायी गयी, किन्तु 02 स्थानों पर नाले का पानी गंगा नदी में जा रहा है, जिसकी तत्काल टैपिंग कराया जाना आवश्यक है। अधिशासी अभियन्ता, गंगा प्रदूषण से वार्ता करने पर बताया गया कि यह कार्य नमामि गंगे खण्ड, वाराणसी द्वारा कराया जाना है। परियोजना प्रबन्धक नमामि गंगे से वार्ता की गयी, जिनको 01 सप्ताह के अन्दर इस पर कार्यवाही कराने का निर्देश दिया गया।