भास्कर ब्यूरो, मिर्जापुर।
होप संस्था द्वारा पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी के निर्देशन में जिले के नक्सल क्षेत्र के 10 गांवों में युवाओं को नशा, जुआ व दहेज जैसी कुरीतियों से दूर तथा महिलाओं व बच्चों के साथ होने वाले अपराधों के विरुद्ध जागरूक करने के उद्देश्य से गठित ग्रीन ग्रुप के कार्यों का परिणाम अब दिखने लगा है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में न सिर्फ जुआ और नशा के प्रयोग में भारी मात्रा में कमी देखने को मिल रही है अपितु सरकारी विद्यालयों में बच्चों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। उक्त कार्यों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी के निर्देशन पर गत रविवार को पुरैनिया और धनसेरिया गांव की ग्रीन ग्रुप की महिलाओं द्वारा उन घरों को चिन्हित कर खुशहाली का चिन्ह लगाया गया, जिन घरों से नशा, जुआ एवम् महिला हिंसा जैसी विकृत कुरीतियों को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है, बहुत जल्दी बाकी के 8 गांव में भी करवाया जाएगा। यह हरा पंजे का निशान इन महिलाओं की सफलता के साथ ही साथ विकास का भी प्रतीक है। कुछ समय पूर्व ही होप संस्था द्वारा पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में इन महिलाओं को आत्मरक्षा हेतु कराटे का प्रशिक्षण भी दिया गया है। अब ये महिलाएं इतनी ताकतवर हो चुकी हैं कि नशे के शौकीन दूर से इन्हे देखकर या तो रास्ता बदल लेते हैं या छिप जाते हैं।
एक स्वस्थ समाज के निर्माण में नारी का सशक्त होना अति आवश्यक है। नारी सशक्तिकरण को आवश्यकता है शिक्षा की,जागरूकता की और इन महिलाओं को देख कर यह आभास हो रहा है कि भारतीय नारी ने हर क्षेत्र में अपने रुके कदम बढ़ा दिए है और यह महिलाएं असल मायने में महिला सशक्तिकरण की मिसाल स्थापित कर रही हैं। इस दौरान चौकी प्रभारी राजगढ़ थाना मड़िहान अभय कुमार यादव, होप संस्था के अध्यक्ष रवि मिश्रा, सचिव दिव्यांशु उपाध्याय के साथ साथ विकाश दीक्षित, अमन आलम, मनीष और राहुल उपस्थित थे।