0 भदोही, मिर्जापुर एवं वाराणसी जिले के 19 गांव में समुदाय के बच्चों में चित्रकला प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक
मिर्जापुर।
गुडवीव बाल मित्र समुदाय कार्यक्रम के अंतर्गत मानव संसाधन एवं महिला विकास संस्थान की साझीदारी में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर भदोही, मिर्जापुर एवं वाराणसी जिले के ग्राम पंचायत कुकरौठी, फुलवरिया, महबूबपुर, रैमलपुर, जाहिदपुर, रसूलहा और अनेई सहित कुल 19 गांव में बाल मजदूरी के खिलाफ आगे आने और उसे जड़ से समाप्त कर बच्चों को स्कूल से जोड़ने के उद्देश्य से समुदाय के बच्चों में चित्रकला प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक करवाया गया।
इस दौरान लोगों को बाल श्रम के खिलाफ एक जागरूकता संदेश दिया। साथ ही कुकरौठी में अभिभावकों और बच्चों के मध्य बाल श्रम नामक विषय पर एक डिबेट किया गया, जिसका नतीजा आया कि हमें बच्चों के लिए एक बेहतर माहौल बनाना चाहिए। जिसमें उन्हें सर्वांगीण विकास का अवसर मिले, बच्चे काम में न लगकर स्कूल जाएं, समुदाय से बाल मजदूरी,बाल विवाह आदि कूरूतियां जड़ से समाप्त हो जिसका एकमात्र रास्ता है कि बच्चों को स्कूल से जोड़ा जाए।
बता दें कि संस्था द्वारा पहले से ही कालीन क्षेत्र से बाल मजदूरी समाप्त कर उन्हें शिक्षा से जोड़ने का कार्य किया जाता रहा है। इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी सुरेंद्र कुमार मौर्य ने बताया कि बाल श्रम एक ऐसी बीमारी है जिसके चलते बच्चों का मानसिक विकास, सामाजिक विकास आदि प्रभावित हो जाता है और वो बचपन में ही जिम्मेदारियों के नीचे दबाकर बड़ों जैसी जिन्दगी जीने को मजबूर हो जाते है, जिससे उनके जीवन का सबसे अनमोल पल बचपन बिगड़ जाता है।
अतः हमें बच्चों के अधिकारों के लिए आगे आना होगा!
साथ ही संस्था द्वारा चलाए जा रहे समर कैंप के माध्यम से युवाओं को अपने आसपास के बच्चों का शिक्षा में सहयोग करने के लिए उत्साहित एवं प्रेरित किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में शामिल बच्चों को बस्ती के अनुसार हर बस्ती के बच्चे को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया।
उक्त कार्यक्रम संस्था के सहप्रबंधक जयप्रकाश जी के मार्गदर्शन में किया गया, जिसमें अन्य क्षेत्राधिकारी- हीरामणी, भोलानाथ मौर्या एवं सामुदायिक कार्यकर्ता- निशा साहू, दीपा मौर्या, चद्रभूषण सरोज, नीलम चौहान, निशा मौर्या, सरोज, ज्योति पटेल, पंचदेव, अनीता मौर्या, रेनू देवी, बिंदु सरोज आदि का सहयोग रहा।