मिर्जापुर

गाेंड साम्राज्य की वीरांगना महारानी दुर्गावती के 458 वे बलिदान दिवस पर जाति प्रमाण पत्र के लिए निर्णायक संघर्ष का लिया संकल्प

मिर्जापुर।
गाेंड साम्राज्य की वीरांगना महारानी दुर्गावती का 458 वां बलिदान दिवस समारोह में अपनी बिरादरी के जाति प्रमाण पत्र के लिए निर्णायक संघर्ष का संकल्प लिया गया। वक्ताओं ने आंदोलन में अपनी भागीदारी का ऐलान किया। कहा कि साजिश के तहत सरकारी रिकार्ड से आदिवासी बिरादरी को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा हैं, जिसकी जितनी निंदा की जाय वह कम हैं। 
नगर के अनगढ़ मोहल्ला स्थित एक लॉन में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहाकि जिले में करीब 50 हजार की जनसंख्या में होने के बावजूद उन्हे एक अदद जाति प्रमाण पत्र के लिए भटकना पड़ रहा हैं। करीब चार साल पूर्व उन्हें आदिवासी जन जाति का प्रमाण पत्र मिल जाता था। कुछ वर्षों से तहसील कर्मी प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने पर दूसरी जाति का प्रमाण पत्र दे दे रहें हैं और उनका कहना है कि जिले में आदिवासी ही नहीं है। इसकी तीखे शब्दों में निंदा की गई।
     मुख्य अतिथि एमएलसी विनीत सिंह के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे उनके पुत्र आकाश सिंह उर्फ सन्नी ने कहाकि लाखों हजारों साल पुरानी हमारी प्राचीन सभ्यता और संस्कृति बदलते दौर में विकास के पथ पर चलकर कायम है। हम कही भी हमारी पहचान हमारे जड़ों को ही होती हैं। उन्होंने समाज के समझ खड़े विकट समस्या में अपनों के साथ खड़े होने का भरोसा दिया। 
 विशिष्ट अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज श्रीवास्तव ने कहाकि निरंतर प्रयास करने वालों की ही जीत होती हैं। विकास के साथ साथ हमें अपनी जाति और धर्म पर गर्व होना चाहिए। जातीय प्रमाण पत्र देने में हिला हवाली करने वालों के खिलाफ संघर्ष का समर्थन किया।  जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कनौजिया ने कहा कि समाज का उत्थान उसकी जागरुकता और साथ मिलकर चलने से ही होता है। उन्होंने विकास के लिए युवाओं के शिक्षा  पर जोर दिया। कहा कि सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सभी समाज के साथ देश को प्रगति के पथ पर ले जाने में जुटी हुई । हम सबकी भागीदारी आवश्यक हैं।
वक्ताओं ने कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा हैं, लेकिन आदिवासी परिवार से जुड़ा गोंड बिरादरी एक जाती प्रमाण पत्र के लिए तरस रही है। कुछ वर्षों से इन्हें प्रमाण पत्र देने के बजाय उनकी जाति से भी सरकारी अमला इंकार कर रहा हैं। अपने वजूद को बचाने के लिए वीरांगना के बलिदान दिवस पर संघर्ष का संकल्प लिया गया। इसके लिए रणनीति बनाकर निर्णायक जंग का ऐलान किया गया।
       कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता रवि शंकर साहू, जिला पंचायत सदस्य कृष्ण कुमार सिंह, राम उजागर गौड़ चंदौली, गुलाब गौड़ आदि ने विचार व्यक्त किया। इस मौके पर राहुल प्रसाद गौड़, राम सागर धुर्वी,  बाजीराव गौड़, जवाहिर गौड़, हरिओम गौड़ ,संतोष गौड़, विष्णु चरण गौड़, राकेश गौड़, पवन गौड़ आदि हजारों की संख्या में समाज की माताएं बहने उपस्थित थी। कार्यक्रम संयोजक  रमेश गौड़ प्रदेश मंत्री भाजपा जनजाति मोर्चा रहे। अध्यक्षता शंकर सिंह स्रोदिया और संचालन परदेश महामंत्री अखिल भारतवासी गौड़ महासभा उतर प्रदेश रामप्यारे गौड़ ने किया।
Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!