लखनऊ।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के द्धारा विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी एक पेड़ पुरानी पेंशन बहाली के नाम लगाने का निर्णय लिया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश हित में पर्यावरण संरक्षण के नाम एक पेड़ लगाने के कार्यक्रम से बड़ा संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है। बी पी सिंह रावत ने कहा है कि जिस तरह से वृक्ष जब बड़ा होता है, तो स्वच्छ हवा देता है, फल देता है, जो कि मानव जीवन के लिए बहुउपयोगी होता है।
इसी तरह एनपीएस कार्मिक को भी बुढ़ापे में पुरानी पेंशन की अत्यंत जरूरत होती है। सरकारी कर्मचारी का पेंशन ही एक जीवन यापन करने का साधन होता है।
उन्होने कहा है कि व्यवस्था पूरी तरह से बाजार आधारित पेंशन नहीं टेंशन है, जिससे बुढ़ापे का जीवन यापन करना संभव नहीं है। बताया कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा लगातार देश भर में अनेकों आंदोलन कार्यक्रम करते आ रहा है। देश की सड़को पर लगातार एनपीएस कार्मिकों की मांग पुरानी पेंशन बहाली की आवाज बुलन्द हो रही है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा आंदोलन कार्यक्रम के साथ अनेकों रचनात्मक कार्यक्रम जो देश हित में पेड़ लगाने का कार्यक्रम विगत कई वर्षों से करते आ रहा है, जो देश के कार्मिक संगठनों में अब तक का सबसे बड़ा कार्यक्रम है।
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम को आयोजित कराने में देश के सभी कार्मिक संगठन सहयोग करेगे। जिसमे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, डा अनिल स्वदेशी, राकेश कंधारियां, अछूतानंद हजारिका, मुकेश प्रसाद बहुगुणा, विनोद बुद्धिराम कनोजिया, अजय कुमार द्विवेदी, पंकज सिंह, विमलेश कुमार, आशीष मणि त्रिपाठी, सीताराम पोखरियाल, मृग नयनी सलाथिया, शोभनाथ यादव, सुमन यादव, डा पंकज प्रजापति, गुल जुबेर डेंग, राजेश शर्मा, मोहर सिंह श्याम सुन्दर शर्मा, एस किशोर, कुमार पटनायक, महेंद्र रेवाड़ी मुख्य रूप से सहयोग करेगे।