0 अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 द्वारा भी एक विद्यालय का किया गया निरीक्षण
मीरजापुर। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने गुरुवार को प्राथमिक विद्यालयो में अध्यापको की उपस्थिति सुनिश्चित कराने एवं एम0डी0एम0 की विवरण व गुणवत्ता बनाये रखने के दृष्टिगत चारो तहसीलो के उप जिलाधिकारियो को अपने क्षेत्रान्तर्गत 05-05 विद्यालयो का आकस्मिक निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया। इसी क्रम में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 श्री शिव प्रताप शुक्ल द्वारा भी एक विद्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अलग-अलग स्कूलो में 03 अध्यापक, एक शिक्षामित्र व 02 अनुसेवक अनुपस्थित पाये गये।
अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 के द्वारा कम्पोजिट जूनियर हाईस्कूल फतहा का निरीक्षण किया गया। जिसमें कार्यरत 03 शिक्षको के सापेक्ष सभी उपस्थित पाये गये। निरीक्षण के समय तक एम0डी0एम0 बन रहा था, बताया गया कि पूर्वान्ह 10 बजे से 10ः15 बजे तक निर्धारित मेन्यू के अनुसार वितरण किया जाता हैं।
उप जिलाधिकारी सदर चन्दभान सिह के द्वारा प्राथमिक विद्यालय पहाड़ी, कम्पोजिट विद्यालय जसोवर, प्राथमिक विद्यालय बरकछा एवं प्राथमिक विद्यालय भिस्पुरी का निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय भिस्पुरी में सहायक अध्यापक रिम्पी श्रीवास्तव अनुपस्थित पायी गयी तथा 05 विद्यालयों में एम0डी0एम0 में बनाया गया भोजन मेन्यू के अनुसार पक रहा था। इसी प्रकार लालगंज विजय नारायण सिंह के द्वारा कम्पोजिट विद्यालय राजापुर कलवारी, पूर्व माध्यमिक विद्यालय लहनपुर तथा तहसीलदार लालगंज के द्वारा कम्पोजिट विद्यालय कोटा शिव प्रताप सिंह, उच्च प्राथमिक विद्यालय निबावल तथा प्राथमिक विद्यालय महराजगंज का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कम्पोजिट विद्यालय राजापुर कलवारी में सहायक अध्यापक शिल्पी कुमारी एवं शिक्षामित्र साधना मिश्रा, प्राथमिक विद्यालय महराजगंज में शिवानन्द तिवारी, कम्पोजिट विद्यालय कोटा शिव प्रताप सिंह में दीपा सिंह अनुदेशक, प्राथमिक विद्यालय निबावल केशव प्रसाद अनुदेशक अनुपस्थित पाये गये। उपजिलाधिकारी मड़िहान श्री अश्वनी कुमार सिंह के द्वारा राजकीय कस्तूरबा गाॅधी मड़िहान, प्राथमिक विद्यालय मड़िहान, देवरी कला एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय देवरी कला का निरीक्षण किया गया। सभी अध्यापक उपस्थित रहें तथा एम0डी0एम0 के तहत भोजन मेन्यू के अनुसार बनता हुआ पाया गया। उप जिलाधिकारी चुनार नीरज पटेल के द्वारा प्राथमिक विद्यालय चुनार, बहुमंजली विद्यालय नागरपुर, पूर्व माध्यमिक विद्यालय खानुपर, कम्पोजिट विद्यालय मगरहा तथा प्राथमिक विद्यालय टेकौर प्रथम सराय का निरीक्षण किया गया। सभी अध्यापक उपस्थित पाये गये एम0डी0एम0 के तहत मेन्यू के अनुसार खाना बनता हुआ पाया गया। सभी उप जिलाधिकारियों के द्वारा निरीक्षण के दौरान कुल छात्रो के पंजीकरण के सापेक्ष छात्राओ की उपस्थिति का भी निरीक्षण किया गया। अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 श्री शिव प्रताप शुक्ल ने बताया कि अनुपस्थित अध्यापको व अनुदेशको के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी महोदय को आख्या प्रेषित कर दिया गया हैं।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन योजनान्तर्गत विकास खंड पटेहरा कला कलस्टर में निर्माणाधीन मल्टीपरपज स्किल डेवलपमेंट काम्प्लेक्स का जिलाधिकारी द्वारा किया गया निरीक्षण
कल्चरल कार्यक्रम हेतु बड़े हाल, स्वयं सहायता समूह की दुकानें आदि कार्य का भी किया गया निरीक्षण
निर्माण कार्य में घोर लापरवाही, सम्बंधित अवर अभियंता व सहायक अभियंता पर विभागीय कार्रवाई के निर्देश
मीरजापुर। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने पटेहरा विकास खण्ड पहुॅचकर श्यामा प्रसाद मुर्खजी रूबर्न मिशन योजनान्तर्गत पटेहरा कला कलस्टर में सोशल एवं कल्चरल कार्यक्रम हेतु निर्माणाधीन हाल, पार्क, स्वयं सहायता समूह, दुकानें तथा उक्त योजनान्तर्गत उसी परिसर में निर्माणाधीन मल्टीपर्पज स्किल डेवलेपमेंट काम्प्लेक्स का भौतिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सोशल एवं कल्चरल कार्यक्रम हेतु हाल निर्माण के लिये रखे गये ईट की गुणवत्ता खराब पाये जाने पर जिलाधिकारी द्वारा तत्काल सभी ईटो को हटाकर गुणवत्तापूर्ण ईट लाकर प्रयोग करने का निर्देश दिया। निर्माणाधीन भवन के दीवालो चिनाई कार्य सही न पाये जाने तथा सीमेन्ट बालू की मात्रा अधिक पाये जाने पर जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित सहायक अभियन्ता लोक निर्माण विभाग के विरूद्ध कार्यवाही तथा अवर अभियन्ता लोक निर्माण विभाग राम केश के निलम्बन हेतु कार्यवाही करने का निर्देश अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग को दिया। मल्टीपर्पज स्क्लि डेवलेपमेंट काम्प्लेक्स के निर्माण कार्य में भी अनियमितता पायी गयी। बनाये गये पिलर/बीम व दीवालो के बीच गैप पाये जाने बीच-बीच में ईटो की गुणवत्ता खराब पाये जाने पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये अवर अभियन्ता कड़ी फटकार लगाते हुये निर्देशित किया कि मौके पर उपस्थित रहकर कार्यो की मानिटरिंग करे तथा निर्माण कार्य में गुणवत्ता ले आये। सोशल एवं कल्चरल कार्यक्रम हेतु निर्माणाधीन हाल के बाहर बनाये जा रहे बरामदे के लिये खड़ा किया गया पिलर टेढ़ा व मानक के अनुरूप नही पाये गये जिस पर जिलाधिकारी द्वारा तीनो पिलर को तत्काल गिराकर पुनः बनाये जाने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि निर्माण कार्यो में यह घोर लापरवाही है इसे बर्दाशत नही किया जायेगा। उन्होने सहायक अभियन्ता व अवर अभियन्ता के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश दियें।
अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग देवपाल को निर्देशित किया कि स्वंय भी मानिटरिंग करते हुये निर्माण कार्य को गुणवत्तापूर्ण ढंग से सुनिश्चित कराया जाय। बाउड्रीवाल के निरीक्षण के दौरान भी लगाये गये प्लास्टर भी मानक के अनुरूप नही पाया गया। अधिशाषी अभियन्ता द्वारा बताया गया कि श्यामा प्रसाद मुर्खजी रूर्बन मिशन योजनान्तर्गत पटेहरा कला कलस्टर में इस कार्य हेतु ग्राम विकास अभिकरण के द्वारा रू0 348.78 लाख की स्वीकृति प्राप्त हुयी है निर्माण कार्य में हाल, शाप, कैफेटिरिया, टायलेट ब्लाक, पम्प हाउस का निर्माण कार्य, आन्तरिक जलमल व्यवस्था, लेबलिंग एवं ड्रेसिंग कार्य, कंक्ररीट रोड, पाथवे, वाटर रेनेज, सीवरेज, बाहय जलापूर्ति व्यवस्था, समरसेबुल, पम्प की बोरिंग, बाउड्रीवाल आदि कार्य कराये जायेंगे। इसी प्रकार मल्टीपर्पज स्किल डेवलेपमेंट काम्प्लेक्स की लागत रू0 182.86 लाख है जिसमें स्किल डेवलेपमेंट सेंटर भवन, आन्तरिक एवं बाहय जलमल व्यवस्था, आन्तरिक एवं बाहय विद्युतीकरण, बाउड्रीवाल आदि कार्य शामिल हैं। उन्होने बताया कि यह सभी कार्य माह दिसम्बर तक पूर्ण करा लिया जायेगा। निरीक्षण के दौरान अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग श्री देवपाल उपस्थित रहें।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कृषक उत्पादन संगठनो (एफ0पी0ओ0) की जिला स्तरीय बैठक सम्पन्न
एफ0पी0ओ0 के सदस्यो के द्वारा बैंको से सहयोग करने की मांग
मीरजापुर। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में कृषक उत्पादक संगठनों (एफ.पी.ओ.) की जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी द्वारा एफ0पी0ओ0 को मार्केटिंग लिंकेज बारे में अच्छा नेवटर्क बनाने पर बल दिया गया। बैठक में उपस्थित एफ0पी0ओ0 के पदाधिकारियो के द्वारा अपने-अपने एफ0पी0ओ0 की सफलता की कहानी को एक दूसरे से बताया तथा उनसे जानकारी भी प्राप्त किया। बैठक में एफ0पी0ओ0 की सहायता से डेयरी का व्यवसाय जैसे दूध से खोआ बनाकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे साथ ही इसका और अधिक मूल्य कैसे प्राप्त हो एवं सब्जियों के विपणन के बारे में बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। गैपुरा के एक एफ0पी0ओ0 के पदाधिकारी के द्वारा ऋण योजना में बैंको द्वारा सहयोग न करने की चर्चा पर जिलाधिकारी द्वारा प्रबन्धक लीड बैंक एवं प्रबन्धक नाबार्ड को निर्देशित किया गया कि बैंको को अपने स्तर से समन्वय स्थापित कर अपेक्षित सहयोग प्रदान करने हेतु निर्देशित किया जाय। बैठक में उप निदेशक कृषि डाॅ अशोक उपाध्याय, श्री पवन कुमार प्रजापति, जिला कृषि अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, कृषि वैज्ञानिक श्री राम सिंह, अग्रणी जिला प्रबन्धक, जिला प्रबन्धक नाबार्ड, जिले के समस्त कृषक उत्पादक संगठन के निदेशक/प्रतिनिधि द्वारा कार्यशाला में प्रतिभाग किया गया।
फसल कटाई के उपरान्त आगामी 14 दिनों तक खेत में सुखाई हेतु रखी फसल को ओलावृष्टि चक्रवात वे मौसम/ चक्रवाती वर्षा से क्षति की स्थिति में भी बीमित कृषकों को क्षतिपूर्ति देय – उप निदेशक कृषि
मीरजापुर। उप निदेशक कृषि डाॅ अशोक कुमार उपाध्याय ने जनपद के किसानो को जानकारी देते हुये बताया कि खरीफ 2022 के मौसम के अर्न्तगत विपरीत मौसमीय परिस्थितियों के कारण दिनांक- 11.07.2022 तक जनपद में सामान्य वर्षा के सापेक्ष मात्र 49.7 प्रतिशत हुई खरीफ की मुख्य फसलो की बुवाई अभी तक 15 प्रतिशत हुई है। इस प्रकार के दैवीय आपदा के विरूद्ध फसलों को बी कवर प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का संचालन ग्राम पंचायत स्तर को ईकाई मानते हुए कराया जा रहा है इस योजना के प्राविधानों के अनुसार निम्न परिस्थितियों में बीमित कृषको को क्षतिपूर्ति देय है व्यापक आपदा के स्थिति में। उन्होने बताया कि असफल बुआई यदि ईकाई क्षेत्र में अधिसूचित फसल की बुआई 31 जुलई तक 75 प्रतिशत या उससे कम रह जाती है, तो बीमित कृषकों को बीमित राशि के सापेद्वा 25 प्रतिशत धनराशि क्षतिपूर्ति के रूप में प्रदान करते हुए बी कवर समाप्त कर दिया जाता है।
मध्यावस्था में बीमित फसल को क्षति होने पर क्षतिपूर्तिः यदि फसल की बुआई से कटाई के 15 दिवस पूर्व तक यदि किसी भी दैवीय आपदा के कारण फसलों को सम्भावित उपज में 50 प्रतिशत से अधिक की क्षति की सम्भावना बनती है, तो नियमानुसार क्षति का आकलन करते हुए आकलित क्षतिपूर्ति की धनराशि का 25 प्रतिशत तत्कालिक सहायता के रूप में सर्वेक्षण के 15 दिवस के अन्दर भुगतान का प्राविधान है। पुनः काप कटिंग प्रयोगों के आधार पर आकलित क्षति में इसका समायोजन करते हुए अतिरिक्त क्षतिपूर्ति की धनराशि का पुनः भुगतान किया जाता है। फसल कटाई प्रयोगों के आधार पर क्षतिपूर्ति- मौसम के प्रारम्भ में ही ईकाई क्षेत्रवार फसलों की गारण्टीड उत्पादकता का निर्धारण किया जाता है। यदि मौसम विशेष में उस ईकाई क्षेत्र में उस फसल की उत्पादकता, जो काप कटिंग प्रयोगों के आधार पर आकलित की जाती है. गारण्टीड उत्पादकता से कम पायी जाने की स्थिति में नियमानुसार क्षति का आकलन करते हुए क्षतिपूर्ति का भुगतान कृषकों को सीधे उनके बैंक खाते में किया जाता है। उन्होने बताया कि खड़ी फसल को ओलावृष्टि जलभराव (फसल धान को छोड़कर), भूस्खलन, बादल फटना, आकाशीय बिजली से उत्पन्न आग की स्थिति में योजना के प्राविधानों के अनुसार बीमित कृषको को क्षतिपूर्ति का भुगतान किया जाता है। फसल कटाई के उपरान्त आगामी 14 दिनों तक खेत में सुखाई हेतु रखी फसल को ओलावृष्टि चकवात वेमौसम ध् चक्रवाती वर्षा से क्षति की स्थिति में भी बीमित कृषकों को क्षतिपूर्ति देय है। ऐसी परिस्थितियों में बीमित कृषक आपदा के 72 घण्टे के अन्दर कृषि विभाग के अधिकारियों, बीमा कम्पनियों के प्रतिनिधियों अथवा राज्य सरकार द्वारा स्थापित कराये गये संयुक्त टोलफ्री नम्बर 1800-889-6868 पर अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए क्षतिपूर्ति का लाभ प्राप्त कर सकते है। खरीफ मौसम की अधिसूचित फसलों का बीमा कराने हेतु कृषकों को बीमित राशि का केवल 02 प्रतिशत बीमा प्रीमियम के रूप में देना होता है तथा फसल बीमा कराने की अन्तिम तिथि 31 जुलाई 2022 तक है। ऋणी कृषकों को बीमा में शामिल न होने के सम्बन्ध में अपना प्रार्थना पत्र सम्बन्धित बैंको को बीमा की अन्तिम तिथि से 7 दिन पूर्व देना अनिवार्य है। 7 ऋणी कृषक अपनी फसलो का बीमा सम्बन्धित बैंक शाखा के साथ-साथ जनसुविधा केन्द्रों के माध्यम से भी करा सकते है। बीमा कराने के लिए गैर ऋणी कृषकों को अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक व खतौनी की छायाप्रति प्रीमियम की धनराशि व बोई जाने वाली फसलों का घोषणा पत्र भरकर देना होगा।
उचित दर की राशन की दुकानो को सी0एच0सी0 के रूप में विकसित करने सम्बन्धी कार्यक्रम सम्पन्न
प्रदेश मुख्यमंत्री द्वारा वीडियों कांफ्रेसिग के माध्यम से राशन के उचित दर के विक्रेता को किया गया सम्बोधित
मीरजापुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी द्वारा आज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के उचित दर विक्रेताओ के दुकानो को कामन सर्विस सेंटर ( सी0एच0सी0) के रूप में विकसित किये जाने कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। आयोजित कार्यक्रम के तहत उचित दर विक्रेताओ को सम्बोधित करते हुये मा0 मुख्यंमत्री जी ने कहा कि राशन की दुकानो पर सी0एच0सी0 के रूप में विकसित करने से उचित दर के विक्रेता आर्थिक रूप से जहाॅ स्वाबलम्बी बन सकेंगे वही उनका लाभांस में भी बढ़ोत्तरी आयेगी। मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रदेश में संचालित 80 हजार राशन की दुकानो के विक्रेताओ मारजिन मनी को बढ़ाकर रू0 70 से 90 रू0 करने की घोषणा की गयी। मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा सिंगल स्टेप व्यवस्था सराहना की। इस अवसर पर मीरजापुर एन0आई0सी0 में जिला पूर्ति अधिकारी श्री उमेश चन्द्र एवं अधीनस्थ अधिकारीगण तथा जनपद के उचित दर के विक्रेता उपस्थित रहें। जिन्हे मा0 मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम का सजीव प्रसारण दिखाया गया।
प्रदेश के मुख्य सचिव द्वारा हर घर तिरंगा कार्यक्रम के दृष्टिगत विभिन्न सामाजिक संस्थाओ से की गयी वार्ता
मीरजापुर। प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र द्वारा आज लखनऊ से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से 11 अगस्त से 17 अगस्त 2022 तक मनाये जाने वाले हर घर तिरंगा कार्यक्रम का सफल बनाने के दृष्टिगत विभिन्न सामाजिक संगठनो/संस्थाओ से से वार्ता कर सहयोग की अपील। उन्होने कहा कि स्वतंत्रता सप्ताह के अन्तर्गत हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश में किया जा रहा है। इसमें प्रत्येक प्रदेशवासियो को सहभागिता के लिये प्रोत्साहित किया गया। उन्होने कहा कि अभियान के दौरान स्कूलो में झण्डा गीतो का गायन, तिरंगा पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किये जाय। उन्होने कहा कि प्रदेश में भव्यता पूर्ण कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन किया जाना है। उक्त कार्यक्रम के अन्तर्गत 2.68 करोड़ घरो एवं 50 लाख गैर आवासीय भवनो में व्यापक जन सहभागिता से झण्डा फहराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया हैं। इस इवसर पर झण्डा उत्पादन, वितरण, फहराने हेतु जन सामान्य को प्रेरित करने पर भी चर्चा की गयी। एन0आई0सी0 मीरजापुर में अपर जिलाधिकारी श्री शिव प्रताप शुक्ल, परियोजना निदेशक श्री अनय मिश्रा, प्राचार्य जी0आई0सी0, उपायुक्त मनरेगा, जिला सूचना अधिकारी श्री ओम प्रकाश उपाध्याय, आयुवेर्दिक अधिकारी श्रीकान्त रजक के अलावा स्वयं सेवी संगठनो, सिविल डिफेस, एन0सी0सी0, औद्योगिक संग्ठन आदि के पदाधिकारी उपस्थित रहें। अपर जिलाधिकारी द्वारा सभी स्वयं सेवी संगठनो को स्वतंत्रता सप्ताह के तहत मनाये जाने वाले हर घर तिरंगा कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करने की अपील की गयी।