0 कृमि मुक्ति दिवस का किया जायेगा आयोजन
0 बच्चों को चिन्हित करने का कार्य तेजी से प्रारम्भ
मिर्जापुर।
बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 20 जुलाई को जनपद के समस्त प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया जायेगा। इस आशय की जानकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल अधिकारी अनिल ओझा ने दी।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि उस दिन 1 माह से लेकर 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोरियों को पेंट के कीड़े की दवा एलबेडाजोल दिया जायेगा। इसके लिए पूरे जिले में लगभग 11 लाख बच्चों को चिन्हित किये जाने का काम शुरू हो चुका है। सरकारी स्कूलों व कालेजों के साथ.साथ प्राइवेट स्कूलोंए आंगनबाड़ी केन्द्रोए ईट भठ्ठो और मलिन बस्तियों में रहने वाले बच्चों को यह दवा खिलाने व देने का काम स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास विभाग के कर्मचारियों द्वारा किया जायेगा। जो बच्चे दवा खाने से छूट जाते है ऐसे छूटे हुए बच्चों के लिए एक सप्ताह का अभियान भी चलाया जायेगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि यह अभियान विगत कुछ वर्षो से वर्ष में दो बार चलाया जा रहा है। इसके पूर्व लगभग एक लाख बाइस हजार बच्चों को कीड़े समाप्त करने की दवा खिलाई गई थी। पुनः 20 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग व बाल विकास परियोजना सेवा एवं पुष्टाहार विभाग सामजस्य स्थापित कर बच्चों को कीड़े की दवा खिलाने का कार्य करेगे।
उन्होने बताया कि एलबेडाजोल एक कृमि नाशक गोली है। इसको लेने से बच्चों के पेट के कीड़े निकल जाते है। एक से दो वर्ष के बच्चों को आधी गोली पीसकर साफ पानी के साथ देने का परामर्श दिया जाता है। जबकि दो वर्ष से तीन वर्ष तक के बच्चों को एक गोली पीसकर दिया जाता है। तीन वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को यह कीड़े निकालने वाली दवा को चबा.चबाकर खाना चाहिए। विद्यालयों में शिक्षको को यह सुझाव दिया गया है कि निर्धारित तिथि को बच्चे कुछ न कुछ घर से खाकर स्कूल आये। इस विषय में अभिभावकों को भी जागरूक किया जाये।
जिला कार्यक्रम प्रबन्धक राकेश तिवारी ने बताया कि कीड़े से बच्चों में कुपोषण और खून की कमी होने की सम्भावना होती है। जिसके कारण बच्चे हमेशा थकावट महसूस करते हैं। इस कारण बच्चों का सम्पूर्ण शारीरिक व मानसिक विकास नही हो पाता है। कीड़े से बचने के लिए सावधानी बहुत आसान है। इससे बचने के लिए अपने आसपास सफाई का वातावरण रखा जाना चाहिए। साथ ही साथ खाना खाने से पहले हाथ को साबुन से अवश्य धुलना चाहिए।