मिर्जापुर

नायब तहसीलदार की सूझ बूझ से वर्षों का विवाद मिनटों में हुआ हल

बैंक ऑफ बड़ौदा डिफाल्टर का मकान किया था नीलाम नहीं मिल पा रहा था कब्जा

अहरौरा, मिर्जापुर।

नगर पालिका क्षेत्र के तकिया डोमान / गोला सहुवाईन में बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा बैंक के डिफाल्टर का मकान नीलाम करने के बाद भी मकान में रह रहे किराएदार द्वारा मकान न खाली करने के वर्षों के विवाद को नायब तहसीलदार ने अपनी सूझबूझ से बातचीत के जरिए कई वर्षों से चल रहे विवाद को मिनटों में हल कराते हुए मकान को खाली कराया और कब्जा करने वाला पक्ष मकान खाली करने के लिए तैयार हो गया ।नायब तहसीलदार के इस पहल की चारों तरफ काफी सराहना हो रही है ।

न्यायालय के आदेश पर नायब तहसीलदार अरुण कुमार सोमवार को मय फोर्स अहरौरा नगर पालिका क्षेत्र के तकिया डोमान में स्थित एक मकान का वर्षों से चल रहे विवाद के तहत मकान को खाली कराने के लिए आए हुए थे नायब तहसीलदार को मकान से अवैध कब्जा हटवा कर किसी भी तरह बैंक ऑफ बड़ौदा को सुपुर्द करना था । बता दे कि मकान मालिक राजकुमार जयसवाल उर्फ राजू जायसवाल द्वारा उक्त मकान को बैंक ऑफ बड़ौदा में बंधक रखकर वर्ष 2014-20 15 में लगभग पांच लाख रुपए लोन लिया गया था ।

लोन का पैसा न जमा करने के कारण लोन लेने वाला डिफाल्टर घोषित कर दिया गया और उक्त मकान को 2017 में बैंक ऑफ बड़ौदा ने डॉ अशोक कुमार शर्मा को 31 लाख 80 हजार रुपए में नीलाम कर दिया । बता दें कि उस मकान में पिछले पचास वर्षों से नीलम का परिवार किराए पर रह रहा था । उस परिवार द्वारा बैंक ऑफ बड़ौदा के मकान नीलाम कर दिए जाने के बाद भी खाली नहीं कर रहा था ।

लगभग 4 वर्ष पूर्व भी मकान खाली करने के लिए पूरी फोर्स गई थी लेकिन मकान खाली कराने में उनको सफलता नहीं मिल पाया था । सोमवार को नायब तहसीलदार को मकान खाली कराकर बैंक आफ बडौदा को कब्जा दिलाना था ।
मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ने बातचीत का सहारा लिया और बैंक के वर्तमान शाखा प्रबंधक शशि कांत शरन,एवं पूर्व शाखा प्रबंधक चंद्रशेखर झा सहित लेखपाल एवं मकान की नीलामी लेने वाले डॉ अशोक कुमार शर्मा सहित डिफाल्टर घोषित हुए राजू जायसवाल सहित मकान में किराएदार नीलम एवं उनके परिवार के लोगों एवं गणमान्य लोगो के साथ अहरौरा नगर पुलिस चौकी में बात चीत शुरू किया।

मौके पर मौजूद लोगों को लग रहा था कि मकान खाली होगा कि नहीं खाली होगा जिज्ञासा बनी हुई थी लेकिन नायब तहसीलदार अरुण कुमार अपने सूझबूझ का परिचय देते हुए बातचीत के जरिए मामला हल करना शुरू किया और अहरौरा नगर पुलिस चौकी में बैठकर सभी को बुलाकर उन्होंने बातचीत शुरू किया स्थिति सकारात्मक बनी और मामला हल हुआ ।

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इसके लिए मकान में तीन पीढ़ियों से किराएदार के रूप में रह रही नीलम एवं उनके परिजनों को सहायता के लिए कुछ धनराशि प्रदान कर अन्यत्र जाने के लिए राजी किया गया ।
और वर्षों का मामला मिनटों में हल हो गया और किराएदार ने मकान को खाली कर दिया । इसके बाद में मकान को बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक को कब्जा दिलाते हुए सौंप दिया । मौके पर बैंक ऑफ बड़ौदा के रिकवरी प्रभारी अश्वनी तिवारी ,चीफ मैनेजर आशीर्वाद बनर्जी , सहित बैंक के अन्य कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित रहे ।

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