मीरजापुर।
क्रीड़ा अधिकारी क्षेत्रीय खेल कार्यालय विन्ध्याचल मण्डल श्री भानु प्रसाद ने एक विज्ञप्ति के माध्ये से जानकारी देते हुये बताया है कि खेल एवं खिलाड़ियों को प्रोत्साहन एवं संवर्धन हेतु एकलब्य क्रीड़ा कोष-2021 की स्थापना हेतु नियमावली प्रख्यापित की गयी है। एकलब्य क्रीडा कोष का उद्देश्यक एवं लक्ष्य, खिलाड़ियों को खेल में उच्च स्तरीय प्रदर्शन एवं संवर्धन हेतु उन विशेष क्षेत्रों हेतु फैलोशिप प्रदान करना जिसकी पूर्ति वर्तमान में संचालित योजनाओं एवं खिलाड़ी के अभिभावकों द्वारा नहीं हो पा रही है अथवा सीमित है, ओलम्पिक गेम्स, कामनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, वर्ल्ड चैम्पियन / वर्ल्डकप, एफ्रो एशियन गेम्स, सैफ गेम्स व राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में प्रदेश में पदक विजेता खिलाड़ी तैयार करना, खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को अत्युनिक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण की व्यवस्था एवं प्रशिक्षण की विशेषज्ञता प्रदान करने हेतु, खिलाड़ियों को स्वास्थ्य बीमा कराना, खेल क्लबों / अकादमियों को प्रत्यक्षध्परोक्ष रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करना, खेल से सम्बन्धित अनुसन्धान परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना, दिव्यांगजन / ट्रन्सजेण्डर / महिला खिलाड़ियों के अतिरिक्त प्रोत्साहन पर व्यय, खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने एवं खिलाड़ियों को प्रोत्साहितकरने के उद्देश्य से खेल प्रतिभागियों की खोज करने हेतु संघोध्खेल क्लबों / खेल लीग के आयोजन हेतु उ०प्र० के अनपदों में अमण-प्रसार की व्यवस्था, खिलाड़ियों को खेल उपकरण ध् सामग्री उपलब्ध कराना। महिला खिलाड़ियों को सहायता । रू0 500 करोड़ की लागत के साथ स्टेट टैलेन्ट सर्व एवं डेवलेपमेन्ट स्कीम शुरू की जायेगी। जिसके अन्तर्गत चुनी गयी महिला एथलिटों को रू0 5 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान करना।
खेल विभाग द्वारा प्रदेश के खिलाड़ियों के कल्याणार्थ चलायी जाने वाली योजनाओं के अन्तर्गत वृद्ध, अशक्त एवं विपदाग्रस्त खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। राज्य स्तर के वे खिलाड़ी जिन्होने प्रदेश का अधिकृत टीम का प्रतिनिधित्व किया हो- रू0-4000 / प्रतिमाह राष्ट्रीय स्तर के वे खिलाड़ी जिन्होंने राष्ट्र की अधिकृत टीम का प्रतिनिधित्व किया हो-रू0 6000 / प्रतिमाह, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के वे खिलाड़ी जिन्होंने राष्ट्र की अधिकतम टीम के सदस्य होकर ओलम्पिक, कामनवेल्थ, एशियन गेम्स तथा विश्व कप खेलों में राष्ट्रका प्रतिनिधित्व किया हो- रू0 10000 / प्रतिमाह, खेल विभाग द्वारा अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार एवं खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ियों को अथवा खेल जगत में उपलब्धियों के दृष्टिगत पद्मश्री एवं पद्मभूषण से सम्मानित महानुभाव खिलाड़ियों को रू0 20000-00 / प्रति माह की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। खेल में हाकी, क्रिकेट, कबड्डी, जिम्नास्टिक, हैण्डबाल, पावरलिफ्टिंग, फुटबाल, स्कवैश टेबल, टेनिस एथलेटिक्स खो-खो वेटलिफ्टिंग, बैडमिन्टन, वालीबाल, तलवारबाजी, जूडो कराटे, बास्केटबाल, कुश्ती, नेटबाल तैराकी, ताइक्वान्डो, बाक्सिंग लान टेनिस त्यादि इच्छुक पात्र खिलाड़ी अपना आवेदन-पत्र किसी भी कार्य दिवस में जमा कर सकते है।
मीरजापुर। क्रीड़ा अधिकारी क्षेत्रीय खेल कार्यालय विन्ध्याचल मण्डल श्री भानु प्रसाद ने एक विज्ञप्ति के माध्ये से जानकारी देते हुये बताया है कि खेल एवं खिलाड़ियों को प्रोत्साहन एवं संवर्धन हेतु एकलब्य क्रीड़ा कोष-2021 की स्थापना हेतु नियमावली प्रख्यापित की गयी है। एकलब्य क्रीडा कोष का उद्देश्यक एवं लक्ष्य, खिलाड़ियों को खेल में उच्च स्तरीय प्रदर्शन एवं संवर्धन हेतु उन विशेष क्षेत्रों हेतु फैलोशिप प्रदान करना जिसकी पूर्ति वर्तमान में संचालित योजनाओं एवं खिलाड़ी के अभिभावकों द्वारा नहीं हो पा रही है अथवा सीमित है, ओलम्पिक गेम्स, कामनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, वर्ल्ड चैम्पियन / वर्ल्डकप, एफ्रो एशियन गेम्स, सैफ गेम्स व राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में प्रदेश में पदक विजेता खिलाड़ी तैयार करना, खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को अत्युनिक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण की व्यवस्था एवं प्रशिक्षण की विशेषज्ञता प्रदान करने हेतु, खिलाड़ियों को स्वास्थ्य बीमा कराना, खेल क्लबों / अकादमियों को प्रत्यक्षध्परोक्ष रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करना, खेल से सम्बन्धित अनुसन्धान परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना, दिव्यांगजन / ट्रन्सजेण्डर / महिला खिलाड़ियों के अतिरिक्त प्रोत्साहन पर व्यय, खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने एवं खिलाड़ियों को प्रोत्साहितकरने के उद्देश्य से खेल प्रतिभागियों की खोज करने हेतु संघोध्खेल क्लबों / खेल लीग के आयोजन हेतु उ०प्र० के अनपदों में अमण-प्रसार की व्यवस्था, खिलाड़ियों को खेल उपकरण ध् सामग्री उपलब्ध कराना। महिला खिलाड़ियों को सहायता । रू0 500 करोड़ की लागत के साथ स्टेट टैलेन्ट सर्व एवं डेवलेपमेन्ट स्कीम शुरू की जायेगी। जिसके अन्तर्गत चुनी गयी महिला एथलिटों को रू0 5 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान करना। खेल विभाग द्वारा प्रदेश के खिलाड़ियों के कल्याणार्थ चलायी जाने वाली योजनाओं के अन्तर्गत वृद्ध, अशक्त एवं विपदाग्रस्त खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। राज्य स्तर के वे खिलाड़ी जिन्होने प्रदेश का अधिकृत टीम का प्रतिनिधित्व किया हो- रू0-4000 / प्रतिमाह राष्ट्रीय स्तर के वे खिलाड़ी जिन्होंने राष्ट्र की अधिकृत टीम का प्रतिनिधित्व किया हो-रू0 6000 / प्रतिमाह, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के वे खिलाड़ी जिन्होंने राष्ट्र की अधिकतम टीम के सदस्य होकर ओलम्पिक, कामनवेल्थ, एशियन गेम्स तथा विश्व कप खेलों में राष्ट्रका प्रतिनिधित्व किया हो- रू0 10000 / प्रतिमाह, खेल विभाग द्वारा अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार एवं खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ियों को अथवा खेल जगत में उपलब्धियों के दृष्टिगत पद्मश्री एवं पद्मभूषण से सम्मानित महानुभाव खिलाड़ियों को रू0 20000-00 / प्रति माह की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। खेल में हाकी, क्रिकेट, कबड्डी, जिम्नास्टिक, हैण्डबाल, पावरलिफ्टिंग, फुटबाल, स्कवैश टेबल, टेनिस एथलेटिक्स खो-खो वेटलिफ्टिंग, बैडमिन्टन, वालीबाल, तलवारबाजी, जूडो कराटे, बास्केटबाल, कुश्ती, नेटबाल तैराकी, ताइक्वान्डो, बाक्सिंग लान टेनिस त्यादि इच्छुक पात्र खिलाड़ी अपना आवेदन-पत्र किसी भी कार्य दिवस में जमा कर सकते है।
विन्ध्याचल में वाटरपार्क के लिए शासन को भेजेंगे प्रस्ताव – मनोज जायसवाल
विन्ध्याचल, मीरजापुर।
विन्ध्यक्षेत्र को पर्यटकों के आकषर्ण हेतु वाटरपार्क बनाने के लिए पालिकाध्यक्ष मनोज जायसवाल ने शासन को प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर ली है । मंगलवार को अमृतजल योजना विन्ध्य जोन का निरीक्षण करने पहुँचे पालिका अध्यक्ष ने बरतर तिराहा पर स्थित गंगाप्रदूषण की इकाई एसटीपी में वाटरपार्क तथा कंतित में स्थित राधाकृष्ण मन्दिर के बगल में स्थित दयनीय दशा को प्राप्त प्राचीन तालाब की सुंदरीकरण हेतु शासन को प्रस्ताव भेजने की बात कही । चलभाष पर बात करते हुए पालिकाध्यक्ष ने बताया कि विभाग के मंत्री से मेरी बात हो चुकी है , उन्होंने कहा प्रस्ताव बनाकर भेजने की बात कही है । इस योजना से पर्यटकों सहित स्थानीयों को भी काफी लाभ मिलेगा । शीघ्र ही शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा विधानसभा मझवा के विकास खण्ड पहाड़ी में 50 लाख से अधिक लागत केे अन्य निर्माण कार्य किया स्थलीय निरीक्षण
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कई परियोजनाओ का किया गया औचक निरीक्षण
मीरजापुर।
जिलाधिकारी श्री प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश के क्रम मे मुख्य विकास अधिकारी, श्रीलक्ष्मी वीएस द्वारा रू0 50 लाख या उससे अधिक लागत के निर्माणाधीन राजकीय महाविद्यालय मझय तथा नवीन राजकीय हाईस्कूल-दाढीराम के स्थलीय निरीक्षण के साथ-साथ विकास खण्ड पहाड़ी के ग्राम इमरिती में अमृत सरोवर निर्माण, ग्राम बेलवन में चन्द्रिका धाम तक निर्माणाधीन सी0सी0रोड, ग्राम पंचायत भगेसर में अमृत सरोवर के निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय अपर मुख्य अधिकारी- जिला पंचायत श्रीमती नीतू सिसोदिया, संयुक्त खण्ड विकास अधिकारी-पहाडी श्री पवन कुमार सिंह, सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाओं यथा- सी0 एण्ड डी०ए०, पैकफेड, जिला पंचायत के सहायक अभियन्ता व अवर अभियन्ता, जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि, ग्राम प्रधान व अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे। निरीक्षण में पैकफेड द्वारा निर्मित विद्यालय का बकाया भुगतान न करने पर जिला विद्यालय निरीक्षक को कारण बताओ नोटिसश् जारी किया गया। विधान सभा मझवों में निर्माणाधीन राजकीय महाविद्यालय का निर्माण कार्य एक वर्ष से धीमी प्रगति से कराने पर सहायक अभियन्ता सी० एण्ड डी०एस० के विरूद्ध कार्यवाही हेतु शासन को पत्र लिखे जाने का निर्देश दिया गया।
नवीन राजकीय हाईस्कूल दाढ़ीराम के बगल में हो रहा स्टोन क्वारी के कारण बिल्डिंग के स्ट्रक्चर को खतरा होने का पैकफेड द्वारा अवगत कराये जाने पर जिला खनन अधिकारी को क्वारी की वैद्यता का परीक्षण करने हेतु निर्देश दिया गया। चन्द्रिका देवी मन्दिर तक जाने वाले मार्ग एवं भगेसर अमृत सरोवर के भीटे पर किये गये अतिक्रमण को हटाने हेतु उपजिलाधिकारी सदर को निर्देश दिया गया। उप जिलाधिकारी सदर को यह भी निर्देशित किया गया कि तालाब पर अतिक्रमण करने वालों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करायें।