ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
जिले के लालगंज तहसील क्षेत्र के पंडितपुर गाव के लाल ने बिना किसी गाडफादर के देश की सबसे बड़ी परीक्षा आईएस उत्तीर्ण की। उसके परीक्षा मे उत्तीर्ण होने की खबर लगते ही गाँव घर नात रिश्तेदार और मित्रों ने अपने भावनाओं का इजहार करना शुरू कर दिया। प्रशांत कुमार मिश्र एक किसान का बेटा है जिसने मां की आंचल और भाइयों के सहयोग से इतने बडे मुकाम को हासिल किया है।
पंडितपुर निवासी प्रशांत कुमार मिश्र पुत्र स्व० प्रभु शंकर मिश्र उर्फ मुन्ना मिश्र बचपन में ही पढ़ने का अपना अंदाज अलग बना लिए थे। वह कक्षा पांच की पढ़ाई गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में पढ़े। इसके आगे की पढ़ाई रतेह चौराहा स्थित दल बहादुर सिंह पूर्व माध्यमिक विद्यालय में की। वे अपने सपने को बनाने के लिए गांव से कक्षा आठ पास करने के बाद छोड़ दिया और इलाहाबाद के कोरांव तहसील में स्थित गोपाल इंटर कालेज से हाईस्कूल व इंटर तक की पढ़ाई 2006 में पूरी की। इसके बाद प्रशांत ने इंदौर के एसवीआईटी इंजीनियरिंग कालेज से बीटेक करके एमटेक की पढ़ाई शुरू किए। इस दौरान प्रशांत ने स्वयं के द्वारा पुस्तकों को आईएएस संबंधित खरीदकर पढना चालू रखा। बीच बीच में दिल्ली जाकर माडल पेपर और आईएएस से संबंधित जानकारी लेते रहे। इसी पूजी के सहारे प्रशांत ने लालगंज तहसील क्षेत्र के हलिया ब्लाक स्थित पंडितपुर गाँव के बेटे के पिता प्रभु शंकर मिश्र का साया 2007 में छूट गया। ऐसे स्थिति में मां और भाइयों के सहयोग से वे अपने मंजिल की ओर बढ़ते रहे। माता विद्या देवी व भाई संतोष मिश्र, अरूण, अभिषेक सदैव साथ खड़े रहे। वे इस सफलता का श्रेय अपने भाईयों और अपनी माँ को देते हैं ।
पंडितपुर निवासी प्रशांत कुमार मिश्र पुत्र स्व० प्रभु शंकर मिश्र उर्फ मुन्ना मिश्र बचपन में ही पढ़ने का अपना अंदाज अलग बना लिए थे। वह कक्षा पांच की पढ़ाई गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में पढ़े। इसके आगे की पढ़ाई रतेह चौराहा स्थित दल बहादुर सिंह पूर्व माध्यमिक विद्यालय में की। वे अपने सपने को बनाने के लिए गांव से कक्षा आठ पास करने के बाद छोड़ दिया और इलाहाबाद के कोरांव तहसील में स्थित गोपाल इंटर कालेज से हाईस्कूल व इंटर तक की पढ़ाई 2006 में पूरी की। इसके बाद प्रशांत ने इंदौर के एसवीआईटी इंजीनियरिंग कालेज से बीटेक करके एमटेक की पढ़ाई शुरू किए। इस दौरान प्रशांत ने स्वयं के द्वारा पुस्तकों को आईएएस संबंधित खरीदकर पढना चालू रखा। बीच बीच में दिल्ली जाकर माडल पेपर और आईएएस से संबंधित जानकारी लेते रहे। इसी पूजी के सहारे प्रशांत ने लालगंज तहसील क्षेत्र के हलिया ब्लाक स्थित पंडितपुर गाँव के बेटे के पिता प्रभु शंकर मिश्र का साया 2007 में छूट गया। ऐसे स्थिति में मां और भाइयों के सहयोग से वे अपने मंजिल की ओर बढ़ते रहे। माता विद्या देवी व भाई संतोष मिश्र, अरूण, अभिषेक सदैव साथ खड़े रहे। वे इस सफलता का श्रेय अपने भाईयों और अपनी माँ को देते हैं ।