मीरजापुर।
समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय लोहियाट्रस्ट भवन पर जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी की अध्यक्षता में पूर्व सासंद पूलन देवी की शहादत दिवस पर पूण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर कहा कि अत्याचार व शोषण के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने वाली सामाजिक न्याय की योद्वा, समाजवादी पार्टी की पूर्व सांसद स्व. फूलन देवी की आज 21वीं पूण्यतिथि है।
उन्होने कहा कि उनका जन्म उत्तर प्रदेश के पूर्वा के गोरहा गांव में अत्यंत निर्धन मछुआरा परिवार में 10 अगस्त 1963 को को हुआ था। फूलन देवी को प्रकृति और पर्यावरण से बहुत प्रेम था। बचपन में उन्होंने अपने चचेरे भाई को नीम का पेड़ नहीं काटने दिया। इस घटना के साथ ही उनके साथ परिवार, समाज और पुलिस की ओर से उत्पीड़न शुरू हुआ। परिवार के लोगों के खिलाफ आवाज उठाने के कारण पट्टीदारों ने साजिश के तहत उनका बाल विवाह करा दिया। ससुराल में उत्पीड़न होने के कारण वे भाग कर मायके गईं। मायके में उनके चचेरे भाई ने उनके साथ बदले की भावना से काम करते हुए चोरी के झूठे केस में फंसा दिया।
श्री चौधरी ने कहा कि अन्याय अत्याचार के प्रतिकार से उन्होंने मजबूर होकर वो डाकुओं के गैंग में शामिल हो गईं। अपने ऊपर हुए सभी जुर्मों का बदला लेने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा और समाजवादी पार्टी से दो बार सांसद बनी। आज ही के दिन 25 जुलाई 2001 को दिल्ली में उसके निवास स्थान पर गोलियों से छलनी कर दिया गया।
पुष्प अर्पित कर श्रद्वांजलि देने वालो में रामगोपाल बिन्द, नागेन्द्र तिवारी, विजयशंकर प्रजापति, सलीम बादशाह, घनश्याम साहू, रामजी यादव, परवीन बानो, रजिया बेगम, अनुराधा चर्तुवेदी, दुर्गा प्रसाद सिंह, राकेश यादव, अयूब अली, पतालू यादव, महेन्द्र यादव, रामनरेश यादव, चन्द्रशेखर विश्वकर्मा, इन्द्रजीत मौर्या आदि शामिल थे।