मिर्जापुर। पतित पावनी मां गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है शनिवार को खतरे के निशान से महज लगभग डेढ़ मीटर नीचे जलस्तर रिकॉर्ड किया गया।
हालांकि अभी केंद्रीय जल आयोग द्वारा निर्धारित चेतावनी स्तर 76.724 मीटर गंगा का जलस्तर अभी काफी नीचे है इसके बावजूद 96 क्षेत्र के सीवानो सहित मिर्जापुर शहर के विभिन्न गंगा घाटों की सीढ़ियों पर पानी काफी ऊपर चढ़ आया है। वहीं चुनार नगर पालिका क्षेत्र में टमलगंज मोहल्ले का संपर्क पानी की वजह से टूट गया है हालांकि यहां नाव लगा दिया गया है।
आपको बता दें कि जिले में सबसे अधिक बाढ़ की त्रासदी 9 सितंबर 1978 को देखी गई थी. जिस में गंगा का जलस्तर ओझला मे 80.34 मीटर रिकॉर्ड किया गया था। बीते साल 12 अगस्त 2021 को गंगा का जलस्तर 78.40 मीटर तक पहुंचा था। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक चेतावनी अस्तर 76.724 मीटर और खतरे का स्तर 77.7 24 मीटर निर्धारित किया गया है। सोमवार को गंगा का जल स्तर सुबह 8:00 बजे 75.24 मीटर दर्ज किया गया गंगा का जलस्तर है।
रविवार रात्रि से लगभग 23 एमएम बारिश होने के बाद गंगा का जलस्तर 1 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। देखा जा रहा है कि विगत 3 दिनों से गंगा का जलस्तर 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे बहुत से शुरू होकर सोमवार को सुबह 8:00 बजे 1 सेंटीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से आगे बढ़ना जारी है।