0 एनसीआर मे पहली बार दिखा चार गाडियो का संयुक्त नजारा
0 पिनाका शनिवार को सायं 6:20 बजे चुनार से रवाना हुई, चोपन में पूर्व मध्य रेलवे को सौंपा गया
0 माल ढुलाई को बढ़ावा देने और कोयला रेक की आवाजाही में तेजी लाने की नयी पहल
मिर्जापुर।
माल ढुलाई को बढ़ावा देने और कोयला रेक की आवाजाही में तेजी लाने के उद्देश्य से उत्तर मध्य रेलवे ने शनिवार को शाम चुनार से 4 खाली बॉक्सएन (BOXN) रेक की लॉन्ग हॉल मालगाड़ी का संचालन किया। पिनाका के रूप में नामित, लॉन्ग हॉल में कुल 232 वैगन (प्रति भाग 58 वैगन) और 4 ब्रेक वैन शामिल थे। यह चुनार में चार खाली बॉक्सएन (BOXN) रेक को मिलाकर बनाया गया था, जिसमें प्रमुख भाग में WAG9 मल्टी-यूनिट लोकोमोटिव था, जबकि बाकी तीन भागों में अपने इंजन थे।
आमतौर पर लंबी दूरी की ट्रेनें 2 ट्रेनों को मिलाकर चलाई जाती हैं। हालांकि, माल ढुलाई में तेजी लाने, विशेष रूप से कोयले को देखते हुए, परीक्षण के आधार पर 3 या अधिक ट्रेनों को मिलाकर एक लंबी मालगाड़ी की संरचना की गई।
अगस्त के महीने में प्रयागराज मण्डल के चुनार से 36 लॉन्ग हॉल की 2 ट्रेनों और 4 त्रिअग्नि (त्रिअग्नि- 3 खाली बॉक्सएन (BOXN) रेक की लॉन्ग हॉल) का गठन किया गया था। खाली (BOXN) रेक की लॉन्ग हॉल को विभिन्न कोयला लदान स्थलों पर लदान के लिए पूर्व मध्य रेलवे को भेजा जाता है।
लंबी दूरी की इन ट्रेनों के संचालन का मुख्य उद्देश्य लाइन की क्षमता मे वृद्धि करना है। चूंकि चुनार-चोपन खंड वर्तमान में एक सिंगल लाइन खंड है और यह कोयले की आवाजाही के लिए ट्रंक मार्ग के रूप में भी कार्य करता है, उत्तरी कोयला क्षेत्रों (एनसीएल) में अधिकतम कोयला लोडिंग हो रही है, इसलिए कोचिंग ट्रेनों की समयपालन को प्रभावित किए बिना कोयला रेक की गतिशीलता बढ़ाने के लिए लॉन्ग हॉल ट्रेनों को चलाने के विचार को क्रियान्वित किया गया है।
पिनाका शनिवार को 18:20 बजे चुनार से रवाना हुई और उसे चोपन में पूर्व मध्य रेलवे को सौंप दिया गया, जिसमे से दो BOXN को शक्ति नगर साइडिंग एवं दो को कृष्णशिला साइडिंग में कोयला लोडिंग के लिए भेजा गया। पारंपरिक रूप से उत्तर मध्य रेलवे में टूंडला, खुर्जा, झांसी और बाद (मथुरा के पास) जैसे स्थानों से 2 ट्रेनों की लॉन्ग हॉल बनाई जाती रही है। पिनाका सीरीज़ के ये ट्रायल आगे भी निरंतर जारी रहेंगे।