मिर्जापुर।
ड्रमंन्डगंन्ज संस्कृत महाविद्यालय के बगल स्थित शिव मंदिर पर सोमवार को सुबह जब ग्रामीण पूजा करने के लिए मंदिर में गए, तो देखा तो वहां से शिवलिंग गायब था। पूजा करने गए ग्रामीण ने इसकी जानकारी ग्रामीणों को दिया। देखते ही देखते ग्रामीणों की मौके पर भीड़ जुट गई। सैकड़ों साल पुराने शिव मंदिर से शिवलिंग चोरी हो जाने से जहां लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है, वही लोगों के अंदर काफी मात्रा में आक्रोश व्याप्त है। पूर्व में भी लगभग एक डेढ़ दशक पहले मंदिर के गुंबद पर लगा हुआ त्रिशूल सोने का चोरों ने चुरा लिया था।
जानकारी के अनुसार बीती रात पुजारी आरती पूजा करने के बाद मंदिर बंद कर घर घर चले गए थे आज सुबह जब पूजा करने के लिए मंदिर पर पहुंचे तो देखें मंदिर का दरवाजा खुला हुआ था और शिवलिंग को खोदकर चोर उठा ले गए। लबे सड़क चोरों ने शिवलिंग चोरी कर पुलिस प्रशासन को मानो एक तरह से चुनौती दी है। जहां कप्तान का आदेश है कि पुलिस अपराध को सख्ती से रोके वही पुलिस अपराध और चोरी रोकने में मूक दर्शक बनी हुई है। सैकड़ों साल पुराने मंदिर से शिवलिंग चोरी हो जाने की वजह से लोगों की आस्था आहत है।