0 प्रदेश स्तर से वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) में मिला आदेश
मिर्जापुर।
प्रदेश के महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य ने आदेशित किया है कि सभी सीएमओ, एसीएमओ व प्रभारी चिकित्साधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के सरकारी चिकित्सालयों में सप्ताह में तीन दिन ओपीडी में बैठने का कार्य करेगे। इस आशय की जानकारी मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ने दी।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि आयोजित वीसी मे आदेशित किया गया है कि अब प्रत्येक जिले के सभी मुख्य चिकित्साधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं प्रभारी चिकित्साधिकारी अब हर सप्ताह तीन दिन ओपीडी मे मरीजों को देखने का कार्य करेगे, सम्बन्धित दिनों में 20 से 25 मरीजों को देखने के लिए आदेशित किया गया है और मरीजों की सूची मुख्यालय प्रेषित करना होगा। इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इस सम्बन्ध में सभी अपर मुख्य चिकित्साधिकारियों व प्रभारी चिकित्साधिकारियों को पत्र के माध्यम से सूचित कर दिया गया है।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार ओझा ने बताया कि डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा स्वास्थ्य विभाग अब प्रशासनिक पदों पर तैनात चिकित्साधिकारियों से मरीजों का ईलाज कराने का निर्णय लिया है। व्यवस्था, निरीक्षण व बैठकों के बहाने लापरवाही बरत रहे सम्बन्धित अफसरों को सप्ताह में तीन दिन ओपीडी मे अब मरीज देखने ही होगे। यह व्यवस्था सभी सरकारी अस्पतालों के चिकित्साधिकारियों पर भी लागू की गई है। सभी अधिकारियों को ओपीडी मे कम से कम दो घण्टे समय देना अनिवार्य किया गया है।
इसमें प्रमुख अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, सीएमओ एवं सभी अपर मुख्य चिकित्साधिकारियों को ओपीडी में मरीजों को देखने के निर्देश दिये गये हैं। इस तरह के आदेश का कार्यान्वयन हो जाने से ग्रामीण अंचलों मे चिकित्सालयों की व्यवस्था में सुधार की सम्भावना शत प्रतिशत बढ़ गई और दूरस्थ इलाको मे स्थित ग्रामीण मरीजों को विशेषज्ञो की चिकित्सकीय सुविधा का लाभ अब आम लोगों को मिलने लगेगा।