मिर्जापुर।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पुरानी पेंशन बहाली न्याय यात्रा निकालने का निर्णय लिया है। यह न्याय यात्रा 9 अक्टूबर को ऐतिहासिक लाल चौक कश्मीर से आरंभ होगी और देश के अलग अलग राज्यों से होकर कन्याकुमारी तक पहुंचेगी ।
बी पी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली न्याय यात्रा देश के 75 लाख एनपीएस कार्मिकों के अनवरत संघर्ष में मील का पत्थर साबित होगी एक इतिहास बनेगा पूरे देश में एनपीएस कार्मिकों की आवाज सड़क से सदन तक पहुंचेगी।
पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा अनेकों कार्यक्रम आयोजित कर चुका है जिसके परिणाम स्वरूप राजस्थान सरकार एवं छत्तीसगढ़ सरकार तथा झारखंड सरकार ने अपने अपने राज्य में पुरानी पेंशन बहाली का ऐतिहासिक निर्णय लिया है, जिससे देश के सभी एनपीएस कार्मिक खुशी का माहौल हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश के जन जन से लेकर देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तक पुरानी पेंशन बहाली मांग को पहुंचाने के लिए कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पुरानी पेंशन बहाली न्याय यात्रा को शांति पूर्ण तरीके से निकालने का निर्णय लिया है। इस ऐतिहासिक न्याय यात्रा को कश्मीर से आरंभ करते हुए सड़क मार्ग द्वारा कार से छोटी छोटी रैलियां आयोजित करते हुए देश प्रेम के गीत गाते हुए पुरानी पेंशन बहाली के नारे लगाते हुए कार से पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु से होते हुए केरल पहुंचने पर कन्याकुमारी में शानदार रूप से समापन समारोह आयोजित किया जाएगा।
इस यात्रा में देश के सभी एनपीएस कार्मिक जिसमे कर्मचारी शिक्षक अधिकारी डाक्टर नर्स स्वास्थ्य कर्मी सफाई कर्मी बैंक कर्मी पुलिस कर्मी रेलवे कर्मी सभी अपने अपने स्तर से न्याय यात्रा के रास्ते में टीम का उत्साह वर्धन करते हुए पुरानी पेंशन बहाली मांग को सड़क से सदन तक पहुंचाने में सहयोग करेगे। इस न्याय यात्रा को सफल बनाने के लिए गुल जुबेर डेंग मृग नयनी सलाथिया, मंसूर अली खान, मैमुना खान, संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, डा अनिल स्वदेशी, विनोद कनोजिया, जगदीश यादव, राकेश कंधारिया, संपत कुमार स्वामी, डा पुरुषोत्तम, भारतेंदु यादव, विक्रम सिंह रावत, मुकेश प्रसाद बहुगुणा, सीता राम पोखरियाल, बसंत चतुर्वेदी, पुस्कर राज बहुगुणा, विमलेश, अछूतानंद हजारिका, डा पंकज प्रजापति, बबिता रानी, अंकिता पटेल को जिम्मेदारी सौंपी जायेगी।