मिर्जापुर।
सात सितंबर को शासन ने जिला प्रशासन को पत्र भेजकर विन्ध्य क्षेत्र में स्थित समस्त प्रमुख मंदिरों के सुन्दरीकरण हेतु रिपोर्ट माँगी थी। इस संदर्भ में सहायक पर्यटन अधिकारी के नेतृत्व में शनिवार को राजस्व टीम ने तमाम प्रमुख मंदिरों का सर्वे कर उनका क्षेत्रफल इत्यादि का विवरण प्राप्त किया।
उल्लेखनीय है कि तीन दिवस पूर्व जिलाधाधिकारी दिव्या मित्तल ने इसी बिन्दु पर क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को काफी खरी खोटी सुनाई थी और कहा था कि एक महीने पूर्व शासन से आए पत्र पर अभी तक रिपोर्ट क्यूँ नही तैयार की गई।
बता दें कि विगत 24 सितम्बर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माँ विन्ध्यवासिनी के दर्शनोपरांत कॉरिडोर प्रगतिकार्यो का स्थलीय निरीक्षण कर मण्डलायुक्त सभागार में बैठक के दौरान कहा था कि कॉरिडोर कार्य के साथ ही कालीखोह , अष्टभुजा सहित त्रिकोण परिधि में आने वाले समस्त प्रमुख मंदिरों का भी सुन्दरीकरण किया जाय।
साथ ही इन मंदिरों को जोड़ने वाले सभी मार्गो का भी चौड़ीकरण किया जाय। विन्ध्य क्षेत्र में ओझला पूल से लेकर देवरी ग्राम में स्थित कर्णावती नदी तक त्रिकोण परिधि पसरा हुआ है, जिसके अंदर दर्जनों प्रमुख मन्दिर है और जिनका इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराने है।
शनिवार की दोपहर में सहायक पर्यटन अधिकारी नवीन कुमार सिंह ने विन्ध्यवासिनी मन्दिर के पूर्वी दिशा में बटुक भैरव मन्दिर , लालभैरव मन्दिर , नागकुण्ड, राधाकृष्ण मन्दिर तथा दुग्धेश्वर महादेव मन्दिरों का सर्वे किया। त्रिकोण परिधि में विन्ध्याचल, कंतित, शिवपुर, अष्टभुजा पहाड़ी क्षेत्र, महुआरी कला, अकोढ़ी, बिरोही तथा देवरी इत्यादि गांवों में दर्जनों प्रतिष्ठित प्राचीन मंदिर है, जिनका सुन्दरीकरण शासन के मंशानुरूप होना है।