मिर्जापुर।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के द्धारा देश के 75 लाख एनपीएस कार्मिकों की पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक पुरानी पेंशन बहाली न्याय यात्रा का शानदार समापन स्वामी विवेकानंद प्रतिमा के पास कन्याकुमारी में किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में पुरानी पेंशन बहाली न्याय यात्रा कश्मीर के ऐतिहासिक लाल चौक से 9 अक्टूबर को प्रारंभ हुई थी, जो देश के अलग अलग राज्यों अलग अलग शहरों से होते हुए कन्याकुमारी पहुंची।
बी पी सिंह रावत ने कहा है कि इस ऐतिहासिक न्याय यात्रा से देश के एनपीएस कार्मिकों में एक नई उम्मीद जगी है। देश के सभी एनपीएस कार्मिक शिक्षक अधिकारी डाक्टर नर्स स्वास्थ्य कर्मी सफाई कर्मी बैंक कर्मी पुलिस कर्मी रेलवे कर्मी सभी ने पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए दिन रात संघर्ष करने का संकल्प लिया है। बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश के इतिहास मे पहली बार किसी कार्मिक संगठन ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक पुरानी पेंशन बहाली न्याय यात्रा निकालने का साहस किया है।
इस ऐतिहासिक न्याय यात्रा को देखते हुए सभी राज्य सरकारों एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जल्द पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय लेना चाहिए, नही तो हर दिन देश की सड़को पर बड़े आंदोलन होगे। बी पी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली मुद्दा देश के विकास से जुड़ा मुद्दा है, पूरे देश में जल्द एनपीएस काला कानून व्यवस्था खत्म होनी चाहिए और पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय लेना चाहिए।
बी पी सिंह रावत ने कहा है कि इस ऐतिहासिक न्याय यात्रा में बहुत सारी दिक्कत परेशानियों का सामना करते हुए लगातार पेंशन बहाली न्याय यात्रा का दल आगे बढ़ते चलता रहा कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के सफर में लगातार पुरानी पेंशन बहाली की आवाज देश की सड़को पर बुलंद करने वालो में मुख्य रूप से संपत कुमार स्वामी, डा निर्मला, विनोद कनोजिया, भारतेंदु यादव, वीरेंद्र दुबे, विष्णु शर्मा, गुल जुबेर डेंग, आजाद हुसैन, पुस्कर राज बहुगुणा, मंसूर अहमद इजहार अली आदि रहे।