मिर्जापुर।
मंगलवार को सूर्य ग्रहण के दौरान माता विंध्यवासिनी के मंदिर सहित जनपद के सभी मंदिर का कपाट बंद कर दिया गया था। इस दौरान माता के धाम में पहुंचे भक्त जप, तप और पाठ में जुटे हैं। माता का दर्शन साढ़े पांच बजे के बाद श्रृंगारिया के द्वारा चरण पूजन के साथ ही आरंभ होगा।
वैदिक परंपरा के अनुसार ग्रहण काल के दौरान माता विंध्यवासिनी के गर्भगृह का कपाट बंद कर दिया जाता है । यह कपाट सायंकाल 5:30 बजे तक बंद रहा। इसके बाद माता के श्रृंगारिया कपाट खोल कर मंदिर में प्रवेश किए। माता रानी के चरण पूजन के बाद आम भक्तों के लिए मंदिर का कपाट खोला गया।
तेज बहादुर गिरी, कोषाध्यक्ष, श्री विंध्य पंडा समाज एवं पंडित राजन गुरु विद्वान पुरोहित ने बताया कि माता के धाम में पहुंचे भक्त ग्रहण काल के दौरान पूजा पाठ में लगे रहे। धाम के तीर्थ पुरोहित भी जप तप कर रहे थे। ग्रहण काल समाप्त होने पर गंगा स्नान किया। स्नान करने के बाद ही भक्त जगत जननी माता विंध्यवासिनी के धाम में दर्शन पूजन के लिए पहुंचे।