ज्ञान-विज्ञान

बाल वैज्ञानिको ने स्थानीय समस्या आधारित प्रस्तुत किये लघु शोध पत्र

0 तीसवीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का जिला स्तरीय कार्यक्रम 
मिर्जापुर। 
 राष्ट्रीय विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी संचार परिषद भारत सरकार के तत्वावधान मे राष्ट्र व्यापी गतिबिधि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस 2022 के जिला स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन राजस्थान इंटर कॉलेज देवपुरवा में किया गया। कार्यक्रम में 42 विद्यालयों के 110 बाल वैज्ञानिको ने अपने लघु शोध प्रस्तुत किये।
   उदघाटन राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के संरक्षक एवम पूर्व विभागाध्यक्ष गडित डॉक्टर के एन त्रिपाठी, पूर्व प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज मिर्ज़ापुर चंद्रमा प्रसाद ओझा, एकेडमिक समन्यवक एवम वैज्ञानिक जे पी रॉय, विदयालय के उप प्रधानाचार्य अशोक कुमार, जिला समन्यवक सुशील कुमार पांडेय ने सरस्वती प्रतिमा पर माल्यर्पण कर दीप प्रज्ववलित कर किया।  लघु शोधपत्रों का लिखित एवम मौखिक मूल्यांकन राजीव गांधी दक्षिणी परिसर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर जे पी रॉय, डॉ. यस एन सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ अमितोष सेक्सेना, अस्सिटेंट प्रोफसर डॉ सौरभ, डॉ रजत वार्ष्णेय, डॉ विनीत एम आर, डॉ लतारे आशीष, डॉ पवन कुमार आनंद, अवधेश शर्मा, आशिमा मोयल, डॉ शशिधर के यस, डॉ अभिनव, डॉ स्नेहिल चक्रवर्ती, डॉ श्रवण, डॉ के यन त्रिपाठी ने किया।
                जिला समन्यवक सुशील कुमार पांडेय ने  सभी अतिथियों, बाल वैज्ञानिको, गाइड टीचर का आभार प्रकट करते हुए कहाकि आज की शिक्षा व्यवहारिक और सामाजिक सन्दर्भो से दूर हटती जा रही है। आज उच्च शिक्षित व्यक्ति भी अपने आस पास घट रही घटनाओं एवम स्थिति को पूरी तरह नही समझ नही पाता। इस संदर्भ में भारत सरकार की यह गतिविधि बाल वैज्ञानिको के लिए मिल का पत्थर सास होगी। इस कार्य कर्म के माध्यम से बच्चो में खोजी प्रकृति का विकास, उनमें अपने आस पास की घटनाओं के अध्ययन में विज्ञान के नियमो से प्रयोगों के माध्यम से समस्या दूर करने में मदद मिलती है जो समाज के लिए उपयोगी है।
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    इस वर्ष दो वर्षों के लिए मुख्य विषय स्वास्थ्य एवम कल्याण के लिए परितंत्र को समझना विषय निर्धारित किया गया है। जनपद स्तर से चार प्रोजेक्ट राज्य स्तर के लिए चयनित किये जायेंगे। कार्यक्रम में 10 वर्ष से 17 वर्ष तक के कक्षा 6 से 12 तक के बाल वैज्ञानिक अपने लघु शोध प्रस्तुत करते है।
           डॉक्टर के यन त्रिपाठी ने कहा कि  यह कार्यक्रम बच्चो की प्राकृतिक जिज्ञासा एवम सृजनात्मक को विकसित करने का अवसर प्रदान करती है। डॉक्टर जे पी रॉय ने बाल विज्ञान कांग्रेस में लघु शोध पत्रों के प्रस्तुति करन एवम उनके चयन के प्रक्रिया पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
सीनियर वर्ग में गुरुनानक इंटर कॉलेज के सिद्धार्थ सिंह ने आवास विकास कॉलोनी में कूड़े में पॉलिथीन के जलाने से होने वाले रोग एवम हानि, सी यस देवरी आमघाट की बाल वैज्ञानिक ने जूनियर वर्ग मे आमघाट में पानी  में कैल्शियम ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होने से किडनी में होनी वाली पथरी की समस्या पर लघु शोध पत्र प्रस्तुत किये। सीनियर वर्ग में अस्मिता सिंह सेंट थॉमस स्कूल चुनार, एवम शिवंम जायसवाल सेम्फोर्ड स्कूल मिर्ज़ापुर राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के लिए चयनित किये गए।
               जूनियर वर्ग में ठाकुर दिग्विजय सिंह  वर्ध मान पब्लिक स्कूल मिर्ज़ापुर,अंशिका दुबे सी यस देवरी आमघाट चयनित हुए। आरुषि सिंह सेंट थॉमस स्कूल एवम अनुपम वर्मा आर्य शिशु मंदिर अहरौरा वेटिंग घोषित किये गए।                                   सभी प्रतिभागियों, जजेज एवम गाइड को जिला आयोजन समिति की तरफ सम्मनित किया गया। इस कार्यक्रम में विनायक मिश्र, मनमोहन, सिद्धार्थ, ओनम, अभिषेक, सुनील, सोमेश ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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