0 परिक्षेत्र के जनपदों की सर्विलांस/स्वाट टीम व सोनभद्र के घोरावल एवं मीरजापुर सदर सर्किल की डीआईजी ने की समीक्षा
मिर्जापुर।
गुुरुवार को पुलिस उपमहानिरीक्षक विंध्याचल परिक्षेत्र आर0पी0 सिंह ने परिक्षेत्र के जनपदों मिर्जापुुर सोनभद्र भदोही के सर्विलांस/स्वाट टीम के कार्यों की समीक्षा की। समीक्षोपरांत निर्देशित किया कि जनपदों में जो भी पुरस्कार घोषित/वांछित अपराधी है, उनकी गिरफ्तारी हेतु प्रत्येक कर्मी को टास्क दिया जाय और उनका डोजियर तैयार करके 15 दिवस के अन्दर गिरफ्तारी किया जाय एवं टास्क की समीक्षा प्रतिदिन करते हुए अवगत कराया जाय।
अपराधी एवं गैंग पर कार्यवाही की जाय, जो लुटेरे गिरफ्तारी हेतु शेष है उनकी गिरफ्तारी की जाय एवं जमानत पर छूटने वाले अपराधियां पर सतर्क दृष्टि रखी जाय। पशु तस्करी, शराब तस्कर, एनडीपीएस गिरोह पर आपेक्षित कार्यवाही की जाय एवं तत्कालिक घटनाओं पर अविलम्ब कार्यवाही की जाय तथा वाहन चोरी पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है। इस पर कार्यवाही करने की आवश्यकता हैं। सक्रिय अपराधियों का डोजियर तैयार कराकर कार्यवाही की जाय। शस्त्रों के अवैध व्यापार करने वाले व्यक्ति को चिन्हित करके कार्यवाही की जाय एवं संगठित अपराध पर अंकुश लगाने हेतु सार्थक प्रयास किये जाय। लूट जैसी घटनाओं पर त्वरित कार्यवाही करें जिससे अपराधियों में भय जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाए और लूट जैसी घटनाएं घटित न हो।
सोनभद्र के घोरावल एवं मीरजापुर के सदर के कार्यों की समीक्षा
तत्पश्चात डीआईजी ने सोनभद्र के सर्किल घोरावल व जनपद मीरजापुर के सर्किल सदर के क्षेत्राधिकारी/प्रभारी निरीक्षकों की समीक्षा की। 1नवंबर 2022 से 01 माह में चलाये गये अभियान क्रमशः संगीन अपराध, वाछित, पुरस्कार घोषित, एनवीडब्लू, अपराधियों का सत्यापन, जिला बदर, विवेचना निस्तारण की समीक्षा की गयी तो दोनो सर्किल की स्थिति संतोषजनक नही पायी गयी। कहाकि यह स्थिति अत्यन्त ही आपत्तिजनक है यदि शेष दिनो में कोई सुधार परिलक्षित नही होता है तो सम्बन्धित के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जायेगी। इसी प्रकार दोनो सर्किलों में अनावश्यक विवेचनायें लम्बित है जिससे स्वतः प्रतित होता है कि क्षेत्राधिकारी/प्रभारी निरीक्षकों का टारगेट वेस अर्दली रुम नही कर रहे है, टारगेट वेस अर्दली रुम करके विवेचनाआंे के निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया गया। एवं बार-बार दिये गये निर्देशों के उपरान्त भी गोवध अधि0, पशु क्रुरता अधि0, मादक पदार्थ अधि0, आबकारी अधि0, माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही, शरीर सम्बन्धी अपराध, सम्पत्ति सम्बन्धी अपराध में अभियुक्तों के विरुद्ध सन्तोषजनक कार्यवाही नही की गयी है, उन शीर्षकों में अभियुक्तो के विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही प्रत्येक दशा में करने के लिए निर्देशित किया गया।