0 हेमेटोलॉजी और क्लिनिकल बायोकैमिस्ट्री, चिकित्सा सूक्ष्म जीव विज्ञान, क्लीनिकल विकृति विज्ञान(साइटोलॉजी, हिस्टोलॉजी और सीरोलॉजी ), विश्लेषणात्मक और शिराछदन तथा बायोमेडिकल टेक्नोलॉजी और फार्माकोलॉजी की प्रयोगशाला स्थापित
0 बरकछा में “डेंगू, एचसीबी ,एचआईवी, टाइफाइड, चिकनगुनिया, कैंसर जैसे अन्य परीक्षण कंपलीट ब्लड काउंट, एलएफटी, लिपिड प्रोफाइल, थायराइड फंक्शन, आरएफटी, आदि की जाँच और प्रशिक्षण सम्भव”
मिर्जापुर।
रविवार को राजीव गांधी साउथ कैंपस में दीन दयाल उपाध्याय कौशल केन्द्र में संचालित मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी कोर्स के स्नातक/परास्नातक छात्र/छात्राओं के लिए “नैदानिक निदान चिकित्सा प्रद्योगिकी की पाँच प्रयोगशालाओं” का आज उद्घाटन कला संकाय प्रमुख प्रो. विजय बहादुर सिंह द्वारा किया गया। उन्होंने इन प्रयोगशालाओं को बीएचयू के दक्षिण परिसर की ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुये विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। चिकित्सा प्रयोगशाला प्रद्योगिकी (एम0एल0टी0) विषय 2016 से राजीव गांधी साउथ कैंपस में चल रहा है जिसमें 5 सत्र के विद्यार्थी सफलता पूर्व डिग्री प्राप्त कर चुके है। ये विषय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से मान्यता प्राप्त एवम एन0 एस0 क्यू0 एफ0 हेल्थ सेक्टर स्किल काउंसिल के सहयोग से चल रहा है।
“मेडिकल लेबोरटरी टेक्नालॉजी” चिकित्सा विज्ञान के सहायक अंग के रूप में जाना जाता है क्योंकि बिना डायग्नोस्टिक के रोग का निदान संभव नहीं है। कोर्स कोऑर्डिनेटर प्रो0 महेश प्रसाद अहिरवार ने बताया कि विद्यार्थियों के हित और पाठ्यक्रम की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए चिकित्सा रोग लक्षणिक निदान की पांच प्रयोगशालाओं की स्थापना की गयी है। ये प्रयोगशालाएं हेमेटोलॉजी और क्लिनिकल बायोकैमिस्ट्री, चिकित्सा सूक्ष्म जीव विज्ञान, क्लीनिकल विकृति विज्ञान(साइटोलॉजी, हिस्टोलॉजी और सीरोलॉजी ), विश्लेषणात्मक और शिराछदन तथा बायोमेडिकल टेक्नोलॉजी और फार्माकोलॉजी है। इन प्रयोगशालाओं में छात्रों के प्रशिक्षण और अध्ययन के लिए इन बीएचयू प्रशासन द्वारा अनेक उपकरण क्रय किये गए हैं। उपकरण क्रय किए गए हैं। प्रो अहिरवार ने बताया कि ये उपकरण मुख्यतः मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी डायग्नोस्टिक क्षेत्र के लिए कारगर सिद्ध होंगे।
इन उपकरणों में हेमेटोलॉजी एनालाइजर , बायोकेमेस्ट्री एनालाइजर, अल्ट्रामाइक्रोटोम, लैमिनार फ्यूम हुड, अल्ट्रा सेंट्रीफ्यूज, वाटर बात, टिशु प्रोसेसर इनक्यूबेटर सहित उच्च क्षमता के माइक्रोस्कोप प्रमुख हैं जिनके द्वारा टिशु एग्जामिनेशन विभिन्न वायरोलॉजी के टेस्ट जैसे कि डेंगू जांच, एचसीबी ,एचआईवी, टाइफाइड, चिकनगुनिया अन्य परीक्षण जैसे कंपलीट ब्लड काउंट, एलएफटी, लिपिड प्रोफाइल, थायराइड फंक्शन, आरएफटी, आदि किया जा सकेगा शामिल है जिनका की प्रशिक्षण विद्यार्थियों को दिया जाएगा। प्रयोगशालाओ के उद्घाटन के बाद 10 दिवसी कार्यशाला का भी आयोजन किया जा रहा है जो की पूर्व की भांति “यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज डे 2022” में संयोजन होगा |इस वर्ष 5 वीं सी0 एम0 ई0 को “डायग्नोस्टिक फॉर ऑल” स्लोगन के साथ मनया जा रहा है।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर विजय बहादुर सिंह , डीन फैकेल्टी आफ आर्ट्स काशी हिंदू विश्वविद्यालय, प्रोफेसर एम0पी0 अहिरवार समन्वयक डी0डी0यू0 कौशल केंद्र , डॉ आशीष लटारे, छात्र सलाहकार दक्षिणी परिसर, डा० राघवेंद्र रमन मिश्रा संयोजक एम0एल0टी0 ने विश्व विद्यालय के संस्थापक पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण करके किया।
विद्यार्थियों के बीच हर्षौल्लास का माहौल प्रेरित हुआ। मुख्य रूप से बीवोक एवं एमवोक मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी के विद्यार्थी कार्यशाला में भाग ले रहे हैं। मुख्यतिथि प्रोफेसर विजय बहादुर सिंह ने प्रयोगशाला का उद्घाटन करते हुए अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका “मेडिकल फ्रंटलाइनर”का विमोचन किया और हर्ष अभिव्यक्त किया एवं प्रयोगशाला का सुचारु रूप से चलने के लिए हर संभव मदद करने का वचन दिया|उन्होंने राज्य सरकार से एम0एल0टी0 विषय के विद्यार्थियों का पंजीकरण कराने की प्रक्रिया खोलने का अग्राह किया। जैसा कि इस वर्ष 15 छात्र एन0एच0एम0 में चयनित हुए हैं। परन्तु राज्य सरकार विद्यार्थियों का पंजीकरण न होने के कारण नियुक्ति नहीं दे रही है। ज्ञात हो केंद्रीय सरकार एलाइड हेल्थ केयर काउंसिल का गठन कर दिया है परंतू उत्तर प्रदेश में उसका संचालन नहीं कर रहे जिसके कारण पंजिकरण की समस्या पैदा हुई। उनहोने सरकार से अग्राह किया की पंजीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए।आचार्य प्रभारी वी0के0 मिश्रा की संस्तुति से एम0एल0टी0 विषय की इन-हैंड ट्रेनिंग के लिए हेल्थ सेंटर के साथ कार्य करने के लिए अनुमति प्रदान की और हेल्थ सेंटर को अग्रसित किया।
डी0डी0यू0 कौशल केंद्र काशी हिंदू विश्वविद्यालय विषय के समन्वय प्रोफेसर एम0 पी0 अहिरवार ने छात्रों को भरोसा जताया शीघ्र अतिशीघ्र स्टेट मेडिकल काउंसिल के सभी प्रक्रियाओं को पूरा करके पंजीकरण कार्य का आरंभ करवाएंगे और सी0एम0ई0 के लिए विद्यार्थियों को शुभ कामनाए दी और 10 दिवसीय कार्यशाला को सुचारु रूप से चलाने के लिए भाग ले रहे चिकित्सक, वैज्ञानिक और शिक्षकों को ध्यानवाद दिया। डॉ.मोहम्मद इरफान ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रूप में पाली विभागाध्यक्ष प्रो लालजी, उर्दू विभागध्यक्ष प्रो आफ़ताब अहमद, अरबी विभाध्यक्ष प्रो अशफ़ाक, प्रो अशोक सिंह तथा फूड प्रोसेसिंग एंड मैनेजमेंट डा० प्रज्ञा मिश्रा, डा० अशोक कुमार यादव, डॉ. श्रवण कुमार, असिस्टेंट डायरेक्टर स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स डॉ. किरण दामले, दक्षिण परिसर के समस्त शिक्षक गण शैक्षिक एवं गैरशैक्षिक कर्मचारी गण एवं समस्त विद्यार्थीगढ़ उपस्थित रहें।