खेत-खलियान और किसान

“नहर की आधी अधूरी सफाई, कैसे होगी सिंचाई”

राजगढ़, मिर्जापुर।
क्षेत्र के किसानों के लिए जीवनरेखा मानी जाने वाली धंधरौल बांध से निकली घाघर मुख्य कैनाल की मड़िहान ब्रांच के नहरों की जंगल की सफाई और स्क्रैंपिंग के लिए टेंडर हो चुका है। सफाई ,स्क्रेपिंग का ₹385672 का टेंडर हुआ है ।नहरों की सफाई का  भी कार्य प्रगति पर है। मिर्जापुर नहर प्रखंड के सेमरा बरहो राजवाहा की लगभग 8 किलोमीटर की सफाई का जिम्मा ठेकेदार के जिम्मे है।
ठेकेदार द्वारा नहर की आधी अधूरी सफाई की गई है। तलहटी में जमा सिल्ट को नहीं निकाला गया है। जिससे नहर में पानी आने पर उफान होकर फसलों को नुकसान करेगा तथा पानी के प्रवाह में रुकावट डालेगा।टूटी हुई पटरियों का मरम्मत भी नहीं हुआ है। कई जगह नालियों का पानी नहर में गिरेगा एवं झालो की हालत अत्यंत खराब हो चुकी है।
नहर के आस-पास रहने वाले लोगों द्वारा जबरदस्त कूड़ा एवं अतिक्रमण किया गया है। जिससे नहरों का अस्तित्व ही समाप्त होने के कगार पर है। कहीं-कहीं नहरों की पटरी को काटकर किसान अपने खेत में मिला लिये है। जिससे नहर खुलने पर किसानों के खेत तक पानी पहुंचना मुश्किल हो जाएगा एवं किसानों की फसलों को नुकसान होने का खतरा उत्पन्न होगा। ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा किसान भुगतेंगे। जिम्मेदार अधिकारी बेपरवाह बने हुए हैं।
जानकारी के अनुसार 1 जनवरी 2023 को नहर खुलनी है। लेकिन कार्य को देखते हुए नहीं लगता कि यह सफाई पूरी तरीके से हो पाएगी। इस संबंध में अधिशासी अभियंता मिर्ज़ापुर नहर प्रखंड वैभव कुमार सिंह से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि वह इस समय हाईवे पर कार ड्राइव कर रहे हैं।
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