आईजीआरएस में जाचोपरान्त स्पष्ट रूप से टाइप कराकर रिपोर्ट प्रेषित करे अधिकारी
0 राजस्व से सम्बन्धित प्रकरणों में राजस्व एवं पुलिस संयुक्त रूप से जांॅच कर दे आख्या -जिलाधिकारी
0 समयबद्ध तरीके से शिकायतो का करे निस्तारण, डिफाल्टर होने पर की जायेगी कार्यवाही
मीरजापुर।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने आज जिला पंचायत सभागार में सभी विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर आई0जी0आर0एस0 संदर्भो की गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किये जाने हेतु आश्वयक दिशा निर्देश दिया। बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि आई0जी0आर0एस0 संदर्भो के सम्बन्ध में विभिन्न स्तरों पर अपलोड की जा रही हैं। अतएव आख्या का परीक्षण एवं संदर्भो का समुचित गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करते हुये अधिकारी स्पष्ट टाइप कराते हुये रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाय।
उन्होने कहा कि कतिपय अधिकारियेां के द्वारा देखा गया है कि हाथ से लिखकर रिपोर्ट प्रेषित कर दी जा रही हैं। आगे से ऐसा करने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। अधिकारी यह भी सुनिश्चित करे कि सरकार की योजनाओं का लाभ दिये जाने हेतु निर्धारित व्यवस्था के तहत की गयी शिकायत के सम्बन्ध में आवेदक को भली भाति अवगत करा दिया जाय तथा गुण दोष के आधार पर निस्तारण करते हुये कार्यवाही की जाय। यह भी निर्देशित किया गया कि जल्दबाजी में संदर्भ निस्तारित न किये जाय आवश्यकतानुसार आवेदक से दूरभाष पर वार्ता करने के उपरान्त ही अन्तिम निस्तारण सुनिश्चित करते हुये अपलोड किया जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि भूमि के विवादित प्रकरणों में यदि के कियी न्यायालय में वाद विचाराधीन है तो वाद का सम्पूर्ण विवरण मा0 न्यायालय का नाम, वाद संख्या इत्यादि सहित अंकित करते हुये आख्या अपलोड किया जाय। उन्होने कहा कि प्रायः यह देखा गया है कि राजस्व विभाग द्वारा यह कहकर प्रकरण का निस्तारण में देरी बताया जाता है कि पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध नही है तथा पुलिस विभाग द्वारा इस आशय की आख्या अपलोड नही की जाती। उन्होने कहा कि राजस्व से सम्बन्धित जनपद स्तर पर दोनों विभागों में समन्वय स्थापित करते हुये भूमि विवाद के प्रकरणो अथवा भूमि की पैमाइश के प्रकरणो को राजस्व व पुलिस की टीम संयुक्त टीम गठित कर निस्ताकरण करने का प्रयास किया जाय।
सरकारी सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जा पाये जाने उसे तत्काल कब्जा मुक्त करने के प्रसास किया जाय तथा सम्बन्धित के विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही किया जाय। तहसील स्तर पर प्रकरणों के निस्तारण में नोटिंग की प्रति अपलोड न की जाय बल्कि अन्तिम निस्तारण आख्या जो सक्षम स्तर पर हस्ताक्षरित हो की स्वच्छ प्रति ही अलपोड की जाय। अन्य कार्यालयों द्वारा भी आख्या स्वच्छ पठनीय तथा समक्ष स्तर से हस्ताक्षरित होनी चाहियें। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि प्राप्त शिकायत प्रकरणों का मौके पर स्थलीय निरीक्षण करने के उपरान्त ही गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध ढंग निस्तारण करते हुये अपलोड किया जाय, डिफाल्टर होने की स्थिति के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। सभी अधिकारियेां को निर्देशित करते हुये कहा कि प्रतिदिन पोर्टल को लागिन किया जाय। बैठक में अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी के अनुपस्थित रहने व लागिन न करने पर स्पटीकरण की मांग की गयी।
बैठक में मुख्य राजस्व अधिकारी नोडल अधिकारी आई0जी0आर0एस0 सत्य प्रकाश सिंह ने विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि सरकार की योजनाओं का लाभ दिये जाने हेतु आवेदक अपात्र पाये जाने पर उसके कारणो का स्पष्ट उल्लेख आख्या में अंकित किया जाय। इसी प्रकार छात्रवृत्ति के प्रकरण में स्कूल कालेज/संस्थानों द्वारा आनलाइन करने जनपद स्तरीय विभागीय अधिकारी द्वारा प्रथम स्टेप में चेक कर पायी गयी कमियों को पूरा कराकर जिला समिति के समक्ष विचारोपरान्त ही निस्तारण आख्या अपलोड किया जाय।
आई0जी0आर0एस0 संदर्भो में गुणवत्तापरीक्षण के उपरान्त पुर्नजीवित प्रकरणों में यथा आवश्यकतानुसार वरिष्ठ अधिकारी द्वारा आवेदक से वार्ता कर स्थलीय निरीक्षण करने के उपरान्त साक्ष्य सहित आख्या अपलोड की जाय। उन्होने कहा कि जिन प्रकरणों में आवेदक द्वारा असंतोष फीडबैक दिया गया हो उन प्रकरणों में आवेदक से वार्ता कर उसके बयान सहित अन्तिम आख्या अपलोड की जाय। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी आई0जी0आर0एस0 के सम्बन्ध में शासन द्वारा दिये गये मार्गनिर्देशों का भली भाति अध्ययन कर लें ताकि आख्या गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाय। बैठक में उप जिलाधिकारी सदर चन्द्रभानु सिंह, चुनार नीरज पटेल, मड़िहान अश्वनी कुमार, डिप्टी कलेक्टर सिद्धार्थ यादव, तहसीलदार नुपुर सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।