मिर्जापुर।
अपर जिलाधिकारी (वि/रा)/जिला खरीद अधिकारी ने संस्था प्रभारियों के साथ बैठकर समीक्षा की गई। सभी संस्था प्रभारियों को धान और देय सीएमआर के संप्रदान को न्यूनतम 95% तथा किसानों के भुगतान को न्यूनतम 90% के स्तर पर बनाए रखने के कड़े निर्देश दिए गए। अभी तक जनपद में 19257 किसानों से कुल 111386.20 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई। कुल खरीद के सापेक्ष 105566.64 MT(95%) धान का प्रेषण चावल मिलों को तथा चावल मिलों से 65776.13 MT(93%) चावल का प्रेषण भारतीय खाद्य निगम को कर दिया गया है। देय भुगतान के सापेक्ष अबतक 19491.43 लाख (86%) का भुगतान किया गया है ।
संस्थावार समीक्षा के क्रम में पाया गया कि, PCF के केंद्रों पर सर्वाधिक 2140.51 मीट्रिक टन धान अवशेष है, जिसमें साधन सहकारी समिति मझवाँ बझवां कें टीवीद्र पर अकेले 181 मीट्रिक टन, अवशेष है। इसे लेकर गहरा रोष व्यक्त करते हुए ADCO सदर, जिला प्रबंधक PCF तथा AR कोऑपरेटिव को तत्काल इसकी उठान कराने का कड़ा निर्देश दिया गया। सीएमआर संप्रदान की दृष्टि से सबसे खराब स्थिति मंडी समिति की पायी गई, जिनके द्वारा अभी तक मात्र 87% चावल का संप्रदान FCI में किया गया है, जबकि जनपद के कुल संप्रदान का औसत लगभग 93% । कृषकों को भुगतान की समीक्षा में सबसे खराब स्थिति यू पी एस एस की पाई गई , जिनके द्वारा कुल 79% का भुगतान किया गया है।
अपर जिलाधिकारी द्वारा केंद्र पर अवशेष धान, सीएमआर संप्रदान तथा भुगतान की खराब प्रगति वाले केंद्र प्रभारियों को कारण बताओ नोटिस निर्गत करने का निर्देश दिया गया।