0 वर्ष 2019-20 में 201, 20-21 में 456, 21-22 में 486 कृषक ले चुके प्रशिक्षण, 22-23 में 486 के सापेक्ष अब तक 421 प्रशिक्षित
0 निरीक्षण के दौरान बोले संयुक्त विकास आयुक्त- सहायक निदेशक रेशम एवं उनकी टीम बधाई के पात्र
मिर्जापुर।
राजकीय रेशम प्रशिक्षण संस्थान बरकछा मिर्जापुर मे वर्ष 2022-23 के 13 वें बैच का 5 दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण में 36 प्रशिक्षाणर्थियों ने प्रतिभाग किया। 20 प्रशिक्षणार्थी जनपद सीतापुर तथा 16 प्रशिक्षाणार्थी मेरठ व बिजनौर से थे।
प्रशिक्षण के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में विन्ध्याचल मण्डल के संयुक्त विकास आयुक्त एससी मिश्रा उपस्थित रहे। सर्वप्रथम सहायक निदेशक रेशम मिर्जापुर/सोनभद्र रनबीर सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा 5 दिनो से प्रशिक्षण ले रहे कृषकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। श्री सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षण संस्थान वर्ष 2019 से संचालित है, जिसमें अवतक वर्ष 2019-20 में 201, वर्ष 2020-21 में 456, वर्ष 2021-22 में 486 कृषक प्रशिक्षण ले चुके हैं तथा वर्तमान वर्ष 2022-23 में 486 कृषको को प्रशिक्षण दिया जाना है।
इस वर्ष के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक कुल 421 कृषको को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इस अवसर पर श्री सिंह द्वारा मुख्य अतिथि को रेशम एवं विभाग के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी। मुख्य अतिथि संयुक्त विकास आयुक्त मिर्जापुर मण्डल द्वारा कृषको को प्रशिक्षण प्रमाद पत्र सौपा गया और उनसे वार्ता की गयी। प्रशिक्षण के दौरान उन्हे कोई दिक्कत तो नही हुई संयुक्त विकास सहायक निदेशक (रेशम) द्वारा बताया गया कि रेशम विभाग का प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान जनपद मिर्जापुर में स्थित है, जो अत्याधिक गौरव की बात है।
साथ ही साथ संयुक्त विकास आयुक्त श्री मिश्र ने प्रशिक्षण संस्थान के अतिथि गृह छात्रावास, छात्रावास की मेस (भोजनालय) एवं प्रशासनिक भवन का निरीक्षण कर प्रायोगिक तौर पर टसर रेशम की तृतीय फसल टी०वी० कीटपालन को भी देखा गया। इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त द्वारा कृषको को संबोधित करते हुए कहा गया कि इस प्रशिक्षण संस्थान की सजावट फुलवारी, अर्जुन वृक्षारोपण स्वच्छता, व्यवस्था एवं रख रखाव अत्याधिक सराहनीय है। इसके लिए सहायक निदेशक (रेशम) एवं उनकी टीम बधाई की पात्र है। उन्होने यहाँ यह भी कहाकि आप मुझे हर बैच में बुलाइए, मैं आऊगा। इस अवसर पर निसार अहमद, सहायक रेशम विकास अधिकारी एवं श्रीमती अर्चना, सहायक रेशम विकास अधिकारी उपस्थित रही।