मीरजापुर। जनपद में निर्माणाधीन अवशेष निराश्रित गौवंश को अविलम्ब पूर्ण किये जाने के सम्बन्ध में श्री महेन्द्र वर्मा आई0ए0एस0/नोडल अधिकारी के द्वारा अष्टभुजा निरीक्षण गृह में बैठक कर प्रगति की जानकारी ली गयी। मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय, उप निदेशक पशुपालन के अलावा के अन्य सभी सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें। बैठक में बताया गया कि जनपद कुल 25 गौवंश आश्रय स्थल शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं, जिन पर शासन के निर्देशानुसार कार्यवाही की जा रही हैं। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रो में विकास खण्ड पटेहरा में एक तथा हलिया विकास खण्ड अन्तर्गत चार अस्थायी गौशाला निर्माणाधीन हैं, जिसे नोडल अधिकारी द्वारा एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण निराश्रित गौवंशांे को संरक्षित करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में यह भी बताया गया कि जनपद मीरजापुर में 31 दिसम्बर 2022 तक गौवंश आश्रय स्थलों के ग्रामीण क्षेत्रो में 4891 तथा नगरीय क्षेत्रो में 1338 निराश्रित गौवंश संरक्षित किये गये हैं। बैठक में जन सहभागिता योजना में अधिक से अधिक लोगो को भागीदारी सुनिश्चित करने, गौ आश्रय स्थलों के भरण पोषण हेतु धनराशि समय पहुंॅचाने का निर्देश दिया गया। सहभागिता योजान्तर्गत कुपोषित परिवारों को कुल दुधारू 22 गौवंश दिये गये हैं। जिला मानिटरिंग सेल की क्रियाशील करने के भी निर्देश दिया गये। समय से धनराशि की मांग न किये जाने पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा चेतावनी देते हुये निर्देशित किया गया कि बजट की समय से मांग करते हुये गौशालों की समुचित व्यवस्था सहभागिता योजान्तर्गत देय धनराशि का भुगतान तथा केयर टेकरों का भुगतान सुनिश्चित करें। नोडल अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक गौशालों में सभी समुचित व्यवस्थाए सुनिश्चित तथा नियमित रूप से सभी पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण कराने का निर्देश दिया।