मिर्जापुर।
एपेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक मैडिसिन एवं हॉस्पिटल चुनार के प्रेक्षाग्रह मे डीन प्रो सुनील मिस्त्री एवं प्रधानाचार्य प्रो पीके सिंह के दिशा निर्देशन में मकर संक्रांति एवं विश्व मंगल दिवस के अवसर पर विश्व आयुर्वेद परिषद के तत्वाधन मे एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि वैद्य प्रो के के द्विवेदी एवं प्रो विजय राय राष्ट्रीय संगठन सचिव विश्व आयुर्वेद पार्षद द्वारा प्रो अमित सिंह एवं फेकेल्टी की उपस्थ्ति मे भगवान धन्वन्तरी जी के पूजन अर्चन के साथ संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया।
वक्ताओं ने अपने व्याख्यान मे बीएएमएस छात्रों को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि प्राचीनतम आयुर्वेद विधा के अनुसार मनुष्य के स्वास्थ्य पर सभी ग्रहों, उपग्रहों, राशि, चंद्र, सूर्य का प्रभाव अनुकूल एवं प्रतिकूल रूप से पड़ता है। मकर सक्रांति के पर्व पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है जिससे सभी पर सूर्य शक्ति का अनुकूल एवं शक्ति प्रदाय प्रभाव पड़ता है। स्वास्थ्य लाभ हेतु इसकी महत्ता के उद्देश्य से ही आयुर्वेद परिषद द्वारा इसे विश्वमंगल दिवस के रूप मे मनाया जाता है। संगोष्ठी का संचालन डॉ शिवानी पांडे द्वारा किया गया।
इस अवसर पर गत वर्ष आयोजित चरक वनांचल स्वास्थ्य सेवा यात्रा में प्रतिभाग करने वाले बीएएमएस विद्यार्थियों को कॉलेज के प्राचार्य प्रो प्रभात कुमार सिंह एवं आमंत्रित अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। एपेक्स के चेयरमैन डॉ एसके सिंह ने आयोजित संगोष्ठी की सराहना करते हुए आयुर्वेद विधा को बढ़ावा देने के लिए भविष्य मे इस प्रकार की अन्य शैक्षिक संगोष्ठियों के आयोजन की अपील की।