0 प्रधानमंत्री को देश के कार्मिकों के हित मे पुरानी पेंशन बहाल करनी चाहिए: बीपी सिंह रावत
मिर्जापुर।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के द्धारा देश के 75 लाख एनपीएस कार्मिकों की मांग पुरानी पेंशन बहाली के लिए एक मई को दिल्ली संसद मार्च कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि दिल्ली संसद मार्च कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए देश भर के कार्मिकों के द्धारा लगातार प्रचार प्रसार तेज करने के लिए हर रोज मीटिंग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
बी पी सिंह रावत ने कहा है कि केंद्र सरकार को अब बिना इंतजार किए पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय जल्द लेना चाहिए, क्योंकि एनपीएस व्यवस्था में देश के 75 लाख एनपीएस कार्मिकों को भारी नुकसान हो रहा है बी पी सिंह रावत ने कहा है कि एनपीएस व्यवस्था से सरकार को भी नुकसान है और कार्मिकों को भी जबकि पुरानी पेंशन योजना सरकार और कार्मिकों के लिए फायदेमंद है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने जोर देकर कहा है कि जिस तरह से राजस्थान छत्तीसगढ़ झारखंड पंजाब हिमाचल सरकार ने पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय लिया है।
उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के कार्मिकों के हित मे पुरानी पेंशन बहाल करनी चाहिए। बी पी सिंह रावत ने कहा है कि 1 मई दिल्ली संसद मार्च कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर राज्य के एनपीएस कार्मिक दिल्ली पहुंच रहे है। इसके लिए सभी राज्यों में प्रभारियों की नियुक्ति कर दी गई। अधिकतर कार्मिकों ने अपने रेल टिकट बुक कर दिए है। दिल्ली संसद मार्च कार्यक्रम को लेकर देश के सभी एनपीएस कार्मिक शिक्षक अधिकारी डाक्टर नर्स स्वास्थ्य कर्मी सफाई कर्मी बैंक कर्मी पुलिस कर्मी रेलवे कर्मी सभी में उत्साह है।
सभी अपने परिवार जनों सहित दिल्ली संसद मार्च कार्यक्रम में शामिल होगे उत्तराखंड से सीताराम पोखरियाल के नेतृत्व में ढोल दमाऊ बजाते हुए दिल्ली संसद मार्च करेगे वही राजस्थान छत्तीसगढ़ झारखंड पंजाब हिमाचल के कार्मिक अपने एनपीएस का पैसा केंद्र सरकार से वापस लौटने के लिए 1 मई दिल्ली संसद मार्च कार्यक्रम में शामिल होगे। इसकी जिम्मेदारी डॉ अनिल स्वदेशी, राकेश कंधारिया, फारुख अहमद तांतरे, अछूतानंद हजारिका, एस किशोर पटनायक, मुकेश प्रसाद बहुगुणा, विक्रम सिंह रावत, बसंत चतुर्वेदी, डॉ पंकज प्रजापति, केसर सिंह चंपावत, संजय शर्मा, वीरेंद्र दुबे, आलोक यादव, विमलेश अग्रहरि, गुरुमुख सिंह, सुदामा प्रसाद शर्मा को दी गई है।