राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की मांग पुरानी पेंशन बहाली की आवाज आज जन जन की आवाज बन चुकी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा देश का सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है। कर्नाटक विधान सभा चुनाव में पुरानी पेंशन बहाली मुद्दा निर्णायक भूमिका में सबसे बड़ा मुद्दा बन चुका है। बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिकों की निगाहें कर्नाटक चुनाव परिणाम पर टिकी हुई है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों से 2024 का सेमीफाइनल होगा बी पी सिंह रावत ने कहा है कि देश के कर्मचारियों को उम्मीद है कि 13 मई के चुनाव परिणामों में हिमाचल के बाद दुसरा राज्य कर्नाटक होगा, जिसमें पुरानी पेंशन बहाली की सरकार बनेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के बैनर तले कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश की सड़को से लेकर संसद मार्च जैसे कई बड़े आंदोलन देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिक लगातार कर रहे हैं।
एक तरफ मात्र एक दिन के विधायक सांसद को जीवन भर पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकारी कर्मचारी अपने जीवन के 35 वर्ष से भी अधिक समय देश सेवा में समर्पित करता है। उसको एनपीएस काला कानून व्यवस्था में रखा गया है जिसमे उसको मात्र एक हजार रूपए पेंशन दी जा रही है जो एक सरकारी कर्मचारी के साथ भद्दा मजाक है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से हजारों लाखो अनुनय विनय कर चुके है अब देश के 85 लाख एनपीएस कर्मचारी शिक्षक अधिकारी डाक्टर नर्स स्वास्थ्य कर्मी सफाई कर्मी बैंक कर्मी पुलिस कर्मी रेलवे कर्मी 2024 में करारा जवाब देने के लिए तैयारी तेज कर चुके हैं।