राष्ट्रीय

उत्तराखंड की माटी के पूत ने पूरे देश में जगाई है पुरानी पेंशन बहाली की अलख: सीताराम पोखरियाल

मिर्जापुर।

वैसे तो उत्तराखंड राज्य हर क्षेत्र में नजरंदाज किया जाता है चाहे राजनीतिक दलों की बात की जाए या फिर अन्य मुद्दों की बात क्यों न हो पहाड़ी प्रदेश देव भूमि उत्तराखंड को हर स्तर से नजरंदाज किया जाता रहा है लेकिन उत्तराखंड पहाड़ी राज्य से पहाड़ों को चीरते हुए देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिकों की आवाज बुलन्द करने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा देश का सबसे बड़ा मुद्दा बना दिया है जो कि पूरे देश के लाखों कार्मिकों के लिए गौरव की बात है।

उत्तराखंड प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में पूरे देश में अनेकों आंदोलन कार्यक्रम निरंतर विगत पांच वर्षो से किए जा रहे है यही कारण है कि आज राजस्थान छत्तीसगढ़ झारखंड पंजाब हिमाचल में पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय हो चुका है और हिमांचल और कर्नाटक में विधान सभा चुनाव में पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा निर्णायक भूमिका में रहा है।

सीताराम पोखरियाल ने बताया कि बी पी सिंह रावत उत्तराखंड राज्य के सदुर्वर्ती जनपद रुद्रप्रयाग के एक छोटे गांव से आते है और सरकारी कर्मचारी के रूप में उत्तर प्रदेश के जनपद सहारनपुर में वर्ष 2007 से कार्यरत है बी पी सिंह रावत ने विगत पांच वर्षो में गुजरात तेलंगाना मध्य प्रदेश असम मेघालय उत्तर प्रदेश उत्तराखंड बिहार राजस्थान पंजाब में अनेको आंदोलन कार्यक्रम आयोजित कर चुके है।

कार्मिक संगठनो के इतिहास में पहली बार बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में कश्मीर के लाल चौक से लेकर कन्याकुमारी तक पुरानी पेंशन बहाली न्याय यात्रा निकाली गई देश के कार्मिक इतिहास में पहली बार पुरानी पेंशन बहाली के लिए संसद मार्च राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में किया गया है पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए सड़क से सदन तक पहुंचाने के लिए विधान सभा घेराव मुख्यमंत्री आवास घेराव जैसे बड़े आंदोलन कार्यक्रमों में कई बार बी पी सिंह रावत की गिरफ्तारी भी हो चुकी है ।

देश के सबसे बड़े प्रभावशाली राज्य गुजरात विधान सभा घेराव कार्यक्रम राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में 21 सितंबर 2022 जो कि पूरे देश में चर्चा का विषय रहा है । असम राज्य में विगत तीन वर्षो में चार बड़े आंदोलन कार्यक्रम बी पी सिंह रावत के नेतृत्व मे आयोजित हो चुके है । जम्मू कश्मीर में तीन बार पुरानी पेंशन बहाली के बड़े कार्यक्रम बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में हो चुके है बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में हर वर्ष 12 जुलाई को पर्यावरण संरक्षण के लिए एक पेड़ पुरानी पेंशन बहाली के नाम लगाया जाता है एक समय था पुरानी पेंशन पर हर व्यक्ति बोलने से बचाता था। आज पुरानी पेंशन बहाली मुद्दे पर पक्ष विपक्ष हर राजनीतिक पार्टी पुरानी पेंशन पर मुखर होकर बोल रहे है एक तरफ मात्र एक दिन के कार्यकाल में विधायक सांसद को जीवन भर पुरानी पेंशन और दूसरी तरफ एक सरकारी कर्मचारी जो अपने जीवन के 35 वर्ष देश सेवा में समर्पित करता है। उसको मात्र एक हजार पेंशन नहीं टेंशन दिया जरा है

सीताराम पोखरियाल ने कहा है कि देश के सभी एनपीएस कार्मिक साथियों से अपील की है कि पुरानी पेंशन बहाली के विराट संघर्ष में हम सभी को राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के नेतृत्व मे आगे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना होगा । आज राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत से देश के 85 लाख एनपीएस कर्मचारी शिक्षक अधिकारी डाक्टर नर्स स्वास्थ्य कर्मी सफाई कर्मी बैंक कर्मी पुलिस कर्मी रेलवे कर्मी सभी को उम्मीद और विश्वाश है कि एक दिन पूरे देश से एनपीएस काला कानून व्यवस्था का नामो निशान मिट जायेगा और पुरानी पेंशन बहाल होगी ।

सीताराम पोखरियाल ने जोर देकर कहा कि 2024 से पहले जरूर राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के नेतृत्व में पुरानी पेंशन बहाल होगी हम सभी को दिन रात मेहनत करनी होगी । देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिकों ने होली दीपावली हर तीज त्यौहार को पुरानी पेंशन बहाली मांग से जोड़ा है जो कि आज देश का सबसे बड़ा जन आंदोलन बन चुका है 2024 के लोक सभा चुनाव में निर्णायक मुद्दा बन चुका है अब देखना यह होगा कि केंद्र में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 2024 से पहले कितनी जल्दी देश के एनपीएस कार्मिकों की पीड़ा को समझते हुए पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय लेते है । दूसरे तरफ देश के एनपीएस कार्मिकों के हित में पुरानी पेंशन बहाली का निर्णय जल्द नही लिया जाता है तो देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिक राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत के नेतृत्व मे 2024 में करारा जवाब देने की तैयारी शुरू कर दी है।

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!