सोनभद्र।
वाराणसी के भिखारीपुर के रहने वाले भोजपुरी फिल्म के डायरेक्टर/ प्रोड्यूसर सुभाष चंद्र तिवारी का शव बुधवार की सुबह जिला मुख्यालय स्थित होटल के एक कमरे में पड़ा पाए जाने से जनपद मे सनसनी फैल गई। इन दिनों मे उन्होंने महाराष्ट्र के मुंबई को अपना ठिकाना बनाया हुआ था। ‘दो दिल बंधे एक डोरी’ की शूटिंग के सिलसिले में वह 11 मई को सोनभद्र पहुंचे थे। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
बताते हैं कि फिल्म को सोनभद्र में फिल्माया जाने वाला ज्यादातर हिस्से की शूटिंग की जा चुकी थी। राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के ममुआ गांव में, इस फिल्म का सोनभद्र में फिल्माया जाने वाला आखिरी हिस्सा शूट किया गया था। रात 12 बजे के करीब फिल्म की हीरोइन काजल यादव और फिल्म के हीरो प्रेम सिंह को बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना करने के बाद सुभाष चंद तिवारी, अपने कमरे में सोने चले गए थे।
बुधवार की सुबह देर तक दरवाजा नहीं खुला तो होटल के दूसरे कमरे में रह रहे फिल्म यूनिट के सदस्यों ने होटल संचालक को सूचना दी। होटल स्टाफ ने भी आकर दरवाजा खटखटाया आवाज दी, लेकिन अंदर से कोई उत्तर नहीं मिला। इसके बाद दरवाजे का एक छोटा सा हिस्सा तोड़ा गया। उस में देखा गया तो वह अपने बिस्तर पर औंधे मुंह पड़े हुए थे।
मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खुलवा कर देखा तो उनकी मौत हो चुकी थी। शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने भी देखते ही मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को पीएम हाउस में रखवा दिया गया।