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 ‘राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में सात दिवसीय कार्यशाला का समापन’’ अन्तिम दिवस: व्यक्तित्व विकास एवं व्यवहारिक विकास में प्रशिक्षण कार्यक्रम

‘राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में सात दिवसीय कार्यशाला का समापन’’ अन्तिम दिवस: व्यक्तित्व विकास एवं व्यवहारिक विकास में प्रशिक्षण कार्यक्रम
[15/07, 16:53] Siddharth Bhu Rgsc: आज दिनांक 15 जुलाई 2023 को राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में चल रही सात दिवसीय कार्यशाला ‘‘व्यक्तित्व विकास एवं व्यवहारिक कौशल विद्या’’ का समापन समारोह सेमिनार हॉल, नवीन व्याख्यान संकुल में आयोजित किया गया।
समारोह की अध्यक्षता प्रो॰ विनोद कुमार मिश्र, आचार्य प्रभारी, राजीव गांधी दक्षिणी परिसर द्वारा किया गया। आचार्य प्रभारी ने इस सात दिवसीय कार्यशाला को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए आयोजक मंडली को धन्यवाद दिया तथा छात्र-छात्राओं के व्यंिक्तत्व के विभिन्न आयामों को प्रतिदिन अपनी दिनचर्या में अपनाकर उनको सुखमय जीवन जीने की कला को बताया।
समारोह के विशिष्ट अतिथी डा० (कैप्टेन) आनन्द गोपाल बंधोपाध्याय, एडवाइजर कुलपति, राजीव गांधी दक्षिणी परिसर ने छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व विकास तथा व्यवहारिक कौशल की कार्यशाला में विभिन्न सत्रों से सीख लेने के लिए प्रेरित किया तथा अपने जीवन में अनुशासन के महत्व पर विशेष ध्यान देने को कहा तथा उन्होंने इस कार्यशाला की भूरी-भूरी प्रशंसा की एवं इस तरह की और भी कार्यशाला आयोजित करने की बात कही ताकी छात्र-छात्राओं को इस तरह की कार्यशाला से ज्यादा से ज्यादा उनको व्यक्तित्व विकास एवं व्यवहारिक विकास में लाभ मिल सके।
कार्यशाला के संयोजक डा० मनोज कुमार मिश्रा ने कार्यशाला रिर्पोट पढ़ी जिसमें हर दिनों के सत्रों के संक्षिप्त विवरण को पढ़ते हुए बताया की इन सात दिनों में 11 वक्ताओं ने विभिन्न सत्रों में व्यक्तित्व विकास तथा व्यवहारिक कौशल के विभिन्न पक्षों को छात्र-छात्राओं के समक्ष प्रस्तुत किया।
इससे पहले इस कार्यशाला के अन्तिम दिवस के प्रथम सत्र को मुख्य वक्ता कैप्टन प्रमोद कुमार सिंह, वाराणसी ने सम्बोधित किया तथा छात्र-छात्राओं को साक्षात्कार के गुण प्रैक्टिकर सेशन के द्वारा समझाया। उन्होने व्यवहारिक कौशल को अपने जीवन में प्रतिदन इस्तेमाल करने की सलाह दी।
द्वितीय सत्र में डा० प्रशान्त सिंह, वनस्पति विज्ञान विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने छात्र-छात्राओं को साक्षात्कार के समय प्रयुक्त होने वाली कलाओं, कौशल तथा तकनीक को विशेष रूप से समझाया और छात्र एवं छात्राओं को इसकी विशेषताओं पर कार्य करने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम का संचालन डा० कौस्तव चटर्जी ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डा० रजनी श्रीवास्तव ने किया। इस कार्यशाला में 150 प्रतिभागियों (छात्र-छात्राओं) ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर दक्षिणी परिसर के समस्त शिक्षकगण एवं शैक्षणिक, गैर-शैक्षणिक कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

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